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ये है बिहार के चाचा चौधरी ! खुद को जज बता बिज़नेसमैन से ठग लिए 91 लाख
पुलिस ने वकील को दबोचा
गुरुवार को बंगाल के सिलीगुड़ी क्राइम ब्रांच टीम ने किशनगंज के एक वकील को अचानक गिरफ्तार कर लिया। मिला जानकारी के अनुसार ये अधिवक्ता फर्जी जज बनकर तीन बिज़नेसमैन से 91 लाख की ठगी कर चुका था। ऐसे में इस मामले के संज्ञान में आने के बाद एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम का गठन किया जो संयुक्त रूप से कार्रवाई कर थाने लेकर पहुंची।
तो वहीं इस संबंध में क्राइम ब्रांच के अधिकारी विश्वजीत घोष ने कहा कि वकील पर ऑक्शन पदाधिकारी सह एडीजे बनकर 91 लाख रूपये ठगी करने को लेकर कार्रवाई की गई है। समीर दूबे के खिलाफ सिलिगुड़ी भक्ति नगर थाने में बंगाल के व्यापारी ने 28 जून को 91 लाख रूपये ठगे जाने का मामला दर्ज करवाया था। मामला कांड संख्या 769-21 के तहत दर्ज करवाया गया था।
उन्होंने कहा कि बंगाल के बिज़नेसमैन पीड़ित मुकेश सिंघल, विमल सिंघल और उत्तम अग्रवाल ने यह आरोप लगाया था कि अधिवक्ता समीर दूबे ने किशनगंज थाना और उत्पाद विभाग के द्वारा जब्त की गई गाड़ियों और गेहूं के ऑक्शन के नाम पर 91 लाख रूपये ऐंठ लिए हैं। अधिवक्ता ने अपने आप को किशनगंज का एडीजे और ऑक्शन पदाधिकारी बताकर बंगाल के व्यापारियों को झांसे में लिया और रुपए ठग लिए। यह रुपए अलग अलग किश्त में समीर दुबे सिलीगुड़ी जाकर लिए हैं।
तो वहीं सिलिगुड़ी के भक्तिनगर थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस घटना की जांच में जुट गई। मामला पेचीदा देखकर केस क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। सिलीगुड़ी के क्राइम ब्रांच की टीम किशनगंज पहुंची और सदर थाना की पुलिस से सम्पर्क साधा। इसके बाद सदर थानाध्यक्ष भी बंगाल पुलिस के साथ न्यायालय के पास पहुंचे और आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर थाना लाया गया।
इस संबंध में एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी ने कहा कि बंगाल के भक्तिनगर थाने में अधिवक्ता सीमर दूबे के विरुद्ध मामला ठगी का मामला दर्ज था। इस मामले में बंगाल पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी। बंगाल पुलिस को किशनगंज पुलिस के द्वारा सहयोग किया गया है। टीम कड़ी सुरक्षा में आरोपी अधिवक्ता को कोर्ट में पेश करने के बाद अपने साथ लेकर गई।
वहीं अधिवक्ता समीर दूबे ने कहा कि न्यायालय परिसर से मुझे गिरफ्तार किया गया है जो असंवैधानिक है। किस मामले में गिरफ्तार किया गया, उसकी जानकारी नहीं है। टीम में क्राइम ब्रांच के इंचार्ज विश्वजीत घोष, एसआई नूर इस्लाम सिद्दकी, एसआई सुदेश साहा सहित अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद थे।