किसान महापंचायत को लेकर प्रशासन हुई सख्त, 5 ज़िलों में मोबाइल, इंटरनेट और एसएमएस सेवा को किया बंद
प्रशाशन और कोर्ट के आदेश को मध्यनज़र रखते हुए आज किसान नेता गुरनाम चढूनी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कोई किसान उपद्रव ना करें। पुलिस की ओर से सभी नाके हटाए जा रहे हैं, कहीं भी किसी को रोका नहीं जाएगा।
चंडीगढ़ : किसानों पर हुए कथित पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ करनाल में आज भी किसान महापंचायत जारी है। हालाँकि, प्रशासन ने महापंचायत से एक दिन पहले ही जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित के साथ ही लोगों के हुजूम इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगते हुए सूबे में धारा 144 लागू कर दी है।
प्रशाशन और कोर्ट के आदेश को मध्यनज़र रखते हुए आज किसान नेता गुरनाम चढूनी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कोई किसान उपद्रव ना करें। पुलिस की ओर से सभी नाके हटाए जा रहे हैं, कहीं भी किसी को रोका नहीं जाएगा। किसान शांतिपूर्वक तरीके से करनाल की अनाज मंडी में पहुंचे। किसी ने भी उपद्रव नहीं करना है और रास्ते में पुलिस रोके तो मानवता का परिचय देना है। हमारा आंदोलन शांतिपूर्वक रहेगा।
अगर किसी ने कोई गड़बड़ की तो आंदोलन टूट जाएगा। पुलिस का मैसेज आया है कि सभी बैरिकेट हटाए जा रहे हैं। किसी को रोका नहीं जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा के करनाल में आज होने वाली किसान महापंचायत को देखते हुए हरियाणा पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। इसके बदौलत राज्य सरकार ने 5 ज़िलों में मोबाइल, इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं को बंद कर दिया है।
इस पूरे मामले की सुचना मीडिया को देते हुए एसपी करनाल गंगा राम पुनिया ने बताया कि, महापंचायत को देखते हुए ज़िला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख़्ता बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस की 40 कंपनियां अनाज़ मंडी और आस-पास के क्षेत्र में तैनात की हैं। एसपी पुनिया ने कहा कि, पुलिस इसलिए तैनात की गई है कि क़ानून व्यवस्था बनी रहे और कोई भी गैरक़ानूनी गतिविधि न हो। किसान महापंचायत के दौरान हम बातचीत भी करेंगे और चाहेंगे कि मामले का बातचीत से हल निकले।
करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि कृषि कानूनों का विरोध करने वाले विभिन्न किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर सात सितंबर को करनाल में लघु सचिवालय का घेराव करने की चेतावनी दी थी।
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