एडीआर रिपोर्ट में कैबिनेट के मंत्रियों का लेखा-जोखा, 42% पर दर्ज हैं आपराधिक मामले
डीआर ने चुनावी हलफनामों का हवाला देते हुए कहा कि इन सभी मंत्रियों के किए गए विश्लेषण में अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने का उल्लेख किया है।
असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ( एडीआर) की रिपोर्ट के में मोदी कैबिनेट में चुने गए मंत्रियों का लेखा-जोखा है। एडीआर चुनावी सुधार पर काम करने वाली संस्था है। एडीआर रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में 42% मंत्रियों ने जानकारी दी गई है। इस जानकारी में बताया गया है कि उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं। बुधवार को 15 नए कैबिनेट मंत्रियों तथा 28 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। इसके बाद मंत्री परिषद के कुल सदस्यों की संख्या 78 हो गई।
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट के 78 मंत्रियों में से 42 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की घोषणा की है, जिनमें से चार पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामले भी हैं। एडीआर ने चुनावी हलफनामों का हवाला देते हुए कहा कि इन सभी मंत्रियों के किए गए विश्लेषण में अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने का उल्लेख किया है। करीब 24 या 31 प्रतिशत मंत्रियों ने हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती आदि समेत गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।
वहीं, जॉन बारला, प्रमाणिक, पंकज चौधरी और वी मुरलीधरन के खिलाफ हत्या के मामले जुड़े हुए हैं। गृह राज्य मंत्री बने कूच बेहार निर्वाचन क्षेत्र के निशित प्रमाणिक ने अपने खिलाफ हत्या से जुड़े एक मामले की घोषणा की है। बता दें कि कैबिनेट के 90 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं। इन मंत्रियों की औसत संपत्ति 16.24 करोड़ रुपए है। चार मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, नारायण तातु राणे और राजीव चंद्रशेखर ने 50 करोड़ रू से ज्यादा की संपत्ति का उल्लेख किया है।
यह भी पढ़ें: समुद्र के पानी में धधकने लगी आग, वीडियो देख होगी हैरानी