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सीएम योगी की मंशा के अनुरूप स्वास्थ्य मेलों में जुटे करीब 2.20 लाख लोग  

100% हेल्थ वेलनेस सेंटर एवं सब सेंटर में औसतन 99 लोगों की रही भागीदारी

 

  • 99% पीएचसी/सीएचसी में औसतन 202 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लिया लाभ

लखनऊ: आंकाक्षी विकासखंडों में सरकारी योजनाओं को रफ्तार देने के लिए योगी सरकार ने 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के 42 जनपदों के 68 ब्लॉक्स में संकल्प सप्ताह मेले का आयोजन किया। यह मेला पूरे सप्ताह तक चलेगा। इसमें व्यापक पैमाने पर जनभागीदारी रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को सभी चिन्हित 68 ब्लॉक्स के शत प्रतिशत हेल्थ वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) और सब सेंटर (एससी) में मेला लगाया गया, जिसमें औसत आगंतुकों की संख्या 99 रही। वहीं ब्लॉक्स के 99 प्रतिशत पीएचसी और सीएचसी में औसतन 202 लोग सहभागी बने। इसे संबंधित पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि नीति आयोग की ओर से चयनित आकांक्षी ब्लॉक्स के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों, चिकित्सा इकाइयों व हेल्थ वेलनेस सेंटरों में मेगा स्वास्थ्य शिविर चलाया गया, जिसमें गर्भवती महिलाओं का परीक्षण, जोखिम गर्भावस्था की पहचान व टीकाकरण किया गया। इसके अलावा गैर संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग, एनीमिया टेस्ट, क्षयरोग स्क्रीनिंग, निक्षय मित्र सम्मान व टीबी चैंपियन बनाए गए।

करीब 2.20 लाख लोग हुए लाभान्वित

संकल्प सप्ताह मेले में जनभागीदारी को संख्या के आधार पर देखें तो भी यह काफी सफल साबित हुआ।  42 जनपदों के 68 ब्लॉक्स में कुल 1605 हेल्थ वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) और सब सेंटर (एससी)में आयोजित मेले में कुल 1,59,458 लोगों ने हिस्सा लिया। इसी तरह कुल 294 पीएचसी और सीएचसी में आयोजित मेलों में कुल 59,255 लोग लाभार्थी बने। इस तरह एचडब्ल्यूसी/एससी और पीएचसी/सीएचसी में इस मेले के माध्यम से प्रदेश के करीब 2.20 लाख लोगों को स्वास्थ्य मेले का लाभ प्राप्त हुआ। पीलीभीत के पूरनपुर ब्लॉक में सर्वाधिक 43 एचडब्ल्यूसी और एससी में मेरा आयोजित हुआ, जिसमें 6626 लोगों की सहभागिता रही। वहीं, इसी ब्लॉक के सर्वाधिक 10 पीएचसी और सीएचसी में आयोजित मेले में 2989 लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार का लाभ प्राप्त किया।

हर दिन होगी अलग थीम

संकल्प सप्ताह 3 से 9 अक्टूबर तक चलने वाला है। इसे हर दिन अलग थीम पर मनाया जाएगा। खास बात ये है कि हर थीम पूरी तरह से देश को समर्पित की गई है। इसमें समृद्धि दिवस, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सुपोषित परिवार जैसी थीम शामिल की गई है। इन पर पंचायत और ब्लॉक स्तर के अधिकारी काम करेंगे और नागरिकों के जीवन से जुड़ी मुख्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। वहीं, 9 अक्टूबर को इस सप्ताह का आखिरी दिन ‘संकल्प सप्ताह समावेश समारोह’ के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन ये देखा जाएगा कि किस ब्लॉक में किस थीम के दौरान नागरिकों के लिए क्या क्या कार्य किए गए हैं और इससे उन्हें लाभ मिला है या नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर को दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम में देश में आकांक्षी ब्लॉकों के लिए हफ्ते भर तक चलने वाले ‘संकल्प सप्ताह’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने और उन्हें बढ़ाने के लिए ब्लॉक स्तर पर मौजूद प्रशासन में सुधार करना है।

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