AAP सांसद चड्ढा पर फर्जी दस्तखत कराने का आरोप, अमित शाह ने की जांच कराने की मांग
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा- दिल्ली सर्विस बिल पर मोशन में फर्जीवाड़ा किया, इसकी जांच की जाए
नई दिल्ली: राज्यसभा में दिल्ली सर्विसेज (अमेंडमेंट) बिल सोमवार देर रात 10 बजे पास हो गया। इस दौरान बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा पर सदन में पेश मोशन में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। आप सांसद चड्ढा ने दिल्ली सर्विस बिल को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजने का प्रस्ताव पेश किया था। इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस मोशन को पेश करने के दौरान चड्ढा ने पांच सांसदों के फर्जी दस्तखत लगाए हैं।
हालांकि, सांसद राघव चड्ढा ने इन आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि बिल को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजने के प्रस्ताव पर दस्तखत की जरूरत ही नहीं होती और यह नियम है। वहीं, अमित शाह ने कहा कि दो सदस्य सदन में कह रहे हैं कि हस्ताक्षर उन्होंने नहीं किए। उनके बयान रिकॉर्ड पर लिए जाएं और इस मामले की जांच हो। इस पर डिप्टी स्पीकर हरिवंश ने कहा कि मुझसे चार सदस्य पहले ही शिकायत कर चुके हैं।
पांचों सदस्यों ने की शिकायत
दिल्ली सेवा बिल पर पेश प्रस्ताव में पांच सांसदों के नाम दिए गए थे। इनमें नरहनि अमीन (भाजपा), फांगनोन कोन्यक (भाजपा), सुधांशु त्रिवेदी (भाजपा), सस्मित पात्रा (बीजू जनता दल) और के. थांबिदुराई (AIADMK) शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, इन पांचों ने सांसद राघव चड्ढा के विरुद्ध विशेषाधिकार भंग करने के अलग-अलग नोटिस दिए हैं।
विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के बारे में
संसद सदस्यों की सहमति के बिना उनका नाम लेना संसदीय विशेषाधिकार का उल्लंघन है। इसके लिए सांसद विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव ला सकते हैं। यह संसद के किसी भी सदस्य द्वारा पेश किया जाता है। जब किसी सांसद को लगता है कि सदन में झूठे तथ्य पेश किए गए हैं तो वह सदस्य सदन में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश करता है।