
कुवैत में पैगंबर के समर्थन में नारे लगाने वाले प्रवासी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने के आदेश
भारत में शरणार्थी पाकिस्तान ने कुवैत में भारतीय लड़की नुपुर शर्मा द्वारा दिए गए तथाकथित विवादास्पद बयान का विरोध किया है और वहां के कानूनों का उल्लंघन किया है। ये वे लोग हैं जो किसी भी देश के संविधान/कानूनों का पालन नहीं करते हैं, जिनके लिए धर्म सर्वोपरि है, कुवैत ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर कड़ा संदेश दिया है। अब इन प्रवासी (भारत/पाकिस्तान) को फिर से नौकरी की चिंता सता रही है।
कुवैत के फाहिल इलाके में पैगंबर मोहम्मद द्वारा की गई तथाकथित विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। उन्हें उनके देश वापस भेजने का भी फैसला किया गया है। इसलिए उनके कुवैत लौटने पर रोक लगा दी गई है।
कुवैत के “अरब टाइम्स” अखबार के मुताबिक – फाहेल में प्रवासियों (कुवैत में रहने वाले विदेशियों) ने शुक्रवार की नमाज के बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इससे कुवैत सरकार नाराज हो गई। इसे कुवैती कानून का सीधा उल्लंघन माना जाता है। इन लोगों को समझ में नहीं आता कि आराम से कैसे खाएं और अपने परिवार का पेट कैसे पालें, केवल इस्लाम खतरे में था, फिर भेड़ों के झुंड की तरह जो निकला उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।