
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने वाले महान दल के अध्यक्ष केशव देव एमएलसी का टिकट न मिलने से नाराज होने के बाद समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया। गठबंधन तोड़ने का ऐलान करने के बाद केशव देव मौर्य पैदल हो गए हैं। बता दें कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केशव देव मौर्य को एक फॉर्च्यूनर कार गिफ्ट में दी थी। गठबंधन तोड़े जाने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उसे मंगा ली। राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में हिस्सेदारी ना मिलने से नाराज केशव देव मोर अखिलेश यादव पर उपेक्षा का आरोप लगाया है।
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बता दें कि यूपी विधानसभा के वक्त समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने चाचा प्रोफेसर रामगोपाल यादव मैं केशव देव मार्ग की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें भगवान श्रीकृष्ण बताया था और उन्हें अखिलेश के साथ ही का तमगा दिया था ।रामगोपाल यादव ने तब कहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के चुनावी रथ के साथ साथ ही महान दल के केशव देव मौर्य हालांकि आर्थिक आरक्षण लिया गया है।
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समाजवादी पार्टी ऐसा मानती है कि महान दल से गठबंधन करके सपा को किसी भी तरह का कोई फायदा नहीं हुआ है। कैसा दिमाग का राजनीतिक इतिहास इस बात की तस्दीक करता है कि बसपा छोड़कर के सन 2008 में महान दल का गठन किया था जिसके बाद से सुबह में अपनी राजनीतिक वजूद को स्थापित करने के लिए जद्दोजहद करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वर्ष 2008 में महान दल ने पहली बार 2009 लोकसभा में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था उसमें 2 सीटों पर चुनाव लड़ा दोनों पर हार विश के बाद वर्ष 2014 महान दल ने 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव लेकिन इस बार भी पार्टी को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। 2019 में फिर कांग्रेस के साथ में का चुनाव होगा लेकिन इस बार भी उन्हें जीत नसीब नहीं हुई।