
यूपी : विधानसभा में बजट के दौरान यूपी सरकार की उपलब्धियों को गिना रहे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना
यूपी सरकार की उपलब्धियों को गिना रहे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना...
लखनऊ: योगी सरकार टॉप के कार्यकाल का पहला बजट आज विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेश किया। बजट पेश करने के बाद सुरेश खन्ना ने नई सरकार के गठन पर शुभकामनाएं दी। इससे पहले कैबिनेट के बजट से मसौदे पर मुहर लगी। विधानसभा में बजट पेश कर रहे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बीजेपी के लोग संकल्प पत्र में किए गए वादों को डालने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट आज विधानसभा में पेश होगा।
विधानसभा में बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हमने प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया। आमजन को शासन प्रशासन के मध्य सुलभ किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सूझबूझ के चलते उत्तर प्रदेश में महामारी को वेट पर नियंत्रण पाया गया संकट में ही नेतृत्व की पहचान होती है। इन दोनों ही नेताओं ने किसानों के संकटमोचन का कार्य किया।
इतना ही नहीं उन्होंने किसानों के कसीदे कसते हुए कहा कि राज्य और केंद्र की सरकार ने मिलकर अब तक 172000 से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान किया है। वहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मानित के माध्यम से 2.55 करोड़ किसानों को ₹6000 सालाना दिया जा रहा है।
यूपी सरकार की उपलब्धियों को गिना रहे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना…
निर्यात 88 हजार करोड़ से बढ़कर 1.56 लाख करोड़ रुपये हुआ’
● हमारी सरकार के पिछले कार्यकाल के पहले वर्ष में प्रदेश के 86 लाख लघु और सीमान्त किसानों के फसली ऋण का मोचन कराया गया.
● गन्ना मूल्य भुगतान में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है.
● हमारी सरकार द्वारा पेराई सत्र 2017-2018 से 2021-2022 तक के सापेक्ष 16 मई , 2022 तक 01 लाख 72 हजार 745 करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जो एक कीर्तिमान है.
● इसमें पूर्व वर्षों की 10 हजार 662 करोड़ रुपये की धनराशि भी शामिल है. यह धनराशि वर्ष 2012 से 2017 के मध्य हुये गन्ना मूल्य भुगतान से हजार 500 करोड़ रुपये अधिक है.
● प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से 250 करोड़ किसानों को 6000 रूपये वार्षिक आर्थिक सहायता दिलाकर उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर है.
● हमने इन्वेस्टर्स समिट -2018 का आयोजन कराया जिसमें प्राप्त 4.68 लाख करोड़ रूपये तक के निवेश प्रस्तावों में से लगभग 03 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों का कार्यान्वयन विभिन्न चरणों में है.
● इन निवेशों से 5 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं.
● आगामी 3 जून को इन्वेस्टर्स समिट की तीसरी ग्राऊण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में 75 हजार करोड़ रूपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारा जायेगा.
● कोविड कालखण्ड में औद्योगिक निवेश की गति को बनाये रखने हेतु विशेष हेल्प डेस्क संचालित किया गया. राज्य सरकार एक्सप्रेस-वे जलमार्ग हवाई अड्डों तथा अन्य मल्टी मोडल परियोजनाओं के माध्यम से विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे तथा निर्बाध कनेक्टिविटी के विकास को सुनिश्चित करते हुए त्वरित अवस्थापना विकास को बढ़ावा दे रही है.
● उत्तर प्रदेश 5 एक्सप्रेस-वे वाला देश का पहला प्रदेश बन गया है.
● लखनऊ एवं वाराणसी में वर्तमान अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों तथा कुशीनगर में नवीन अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ ही जेवर में नोएडा ग्रीन फील्ड अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ उत्तर प्रदेश शीघ्र ही 5 अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का पहला प्रदेश बन जायेगा.
● विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं जैसे- मेडिकल डिवाइस पार्क, बल्क ड्रग पार्क, धनवन्तरि हेल्थ पार्क, अमृतसर- कोलकता इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर, आई.आई.टी. जी.एन.एल. ग्रेटर नोएडा, फिल्म सिटी की स्थापना, मेगा फूड पार्क, ट्रांस गंगा सिटी प्लास्टिक सिटी, गारमेन्ट पार्क, लॉजिस्टिक्स हब, अप्रैरेल पार्क, टॉय पार्क, हस्तशिल्प पार्क, फ्लैटेड फैक्टरियां आदि के सम्बन्ध में द्रुत गति से कार्यवाही प्रचलित है.
● प्रदेश के सभी जनपदों के उत्पादों एवं पारम्परिक शिल्पों के समग्र विकास हेतु संचालित ” एक जनपद- एक उत्पाद के प्रभावी क्रियान्वयन से प्रदेश से होने वाला निर्यात 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 1.56 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
● यह हर्ष का विषय है कि उत्तर प्रदेश एक उत्कृष्ट निवेश डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है. इस दिशा में राज्य सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में अभूतपूर्व प्रगति करते हुए देश में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है.