यूपी: प्रदेश में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए मदद देगा विश्व बैंक
इस योजना के अंतर्गत प्री प्राइमरी, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, कौशल विकास और शिक्षक प्रशिक्षण के ढांचे को डिजिटल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिक्षा के सुधार के लिए विश्व बैंक मैं कदम बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश में विश्व बैंक की सहायता से उत्कृष्ट नॉलेज बेस्ड 1052 स्कूल के एंड टीचिंग योजना संचालित की जाएगी। इसके लिए विश्व बैंक उत्तर प्रदेश को 500 मिलियन डालर तकरीबन ₹500 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता देगा।
इस योजना के अंतर्गत प्री प्राइमरी, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, कौशल विकास और शिक्षक प्रशिक्षण के ढांचे को डिजिटल टेक्नोलॉजी से लैस करने के साथ ही शिक्षकों को भी डिजिटल शिक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। इस योजना के संचालन के लिए सैद्धांतिक सहमति भी राज्य सरकार ने दे दी है। वहीं प्रदेश में योजना के संचालन के लिए विस्तृत खाका तैयार किया जा रहा है।
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आपको बता दें कि प्री प्राइमरी शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए आंगनबाड़ियों को तकनीकी शिक्षा से लैस किया जाएगा। वही पढ़ाई शुरू करने वाले बच्चों के लिए टीचिंग लर्निंग मटेरियल उपलब्ध कराया जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के सीखने समझने की क्षमता में वृद्धि के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा डिजिटल शिक्षा के लिए 1.35 लाख स्कूलों में कंप्यूटर और प्रोजेक्टर उपलब्ध कराए जाएंगे जिसमें बच्चों के लर्निंग आउटकम को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। वही डिजिटल तकनीक पर आधारित ट्रेनिंग में ड्यूल और शैक्षिक सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों पॉलिटेक्निक के सहयोग से दोस्त हजार कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्राओं के कौशल विकास के लिए व्यवसायिक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
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जाने क्या है योजना का उद्देश्य…
# महामारी और आपदाओं के कारण बच्चों की पढ़ाई उनके सीखने समझने की क्षमता में आई रुकावट की चुनौतियों से निपटने के लिए शैक्षिक व्यवस्था को संबंध बनाना।
# राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मंशा के अनुरूप आंगनवाड़ी केंद्रों प्राथमिक स्कूलों के बीच समन्वय स्थापित करना
# स्कूलों में बच्चों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में किशोरों में की छात्राओं के ड्रॉपआउट रेट में कमी लाना