
सीएम योगी का फरमान, सिर्फ अपनी नहीं, पत्नी-बेटे-बेटी-बहू की भी संपत्ति बताएं मंत्री
अगले तीन माह की अवधि के भीतर अपने और अपने परिवार के सदस्यों की सभी चल-अचल संपत्ति
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विशेष बैठक में मंत्रिपरिषद के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जनप्रतिनिधियों के आचरण की शुचिता अति आवश्यक है। इसी भावना के अनुरूप सभी मंत्री शपथ लेने के अगले तीन माह की अवधि के भीतर अपने और अपने परिवार के सदस्यों की सभी चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का अक्षरश: अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मंत्रियों के लिए निर्धारित आचरण संहिता का पूरी निष्ठा से पालन किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी लोक सेवक (आईएएस, पीसीएस) अपनी व परिवार के सदस्यों की समस्त चल, अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। यह विवरण आमजनता के अवलोकनार्थ ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाए। साथ ही सभी मंत्री यह सुनिश्चित करें कि शासकीय कार्यों में उनके पारिवारिक सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं हो। हमें अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करना होगा।
कार्ययोजना पर शुरू हो कार्य
सीएम योगी ने कहा कि मंत्रिपरिषद के सामने सभी विभागों के सांगठनिक व्यवस्था से अवगत होते हुए विगत 05 वर्ष में विभाग की उपलब्धियों के परिचय के साथ आगामी 100 दिन, 06 माह, 01 वर्ष, 02 वर्ष और 05 वर्ष की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण संपन्न हो चुका है। अब इस कार्ययोजना को यथार्थ रूप देने का समय है। सभी मंत्री विभागीय अधिकारियों का मार्गदर्शन करें। परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता को सुनिश्चित कराएं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम सभी को अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से जुटना होगा।
सूबे के मुखिया ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत 05 वर्ष में टीम यूपी ने जन अपेक्षाओं के अनुरूप विकास और सुशासन का मॉडल प्रस्तुत किया है। अब हमारी प्रतिस्पर्धा हमसे ही है। हमें जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप आचरण करते हुए प्रदेश के समग्र विकास के लिए कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्यमंत्रियों का कार्य आवंटन पूर्ण हो गया है। यह सुनिश्चित किया जाए कि विभागीय बैठकों में राज्यमंत्री जरूर सम्मिलित हों।