लखनऊ: पेपर लीक मामले में आजमगढ़ जेल में बंद बलिया के पत्रकारों से मिलने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जेल प्रशासन ने मिलने की अनुमति नहीं दी। इससे नाराज कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि सरकार तानाशाही कर रही है। वह जनता की आवाज को दबाना चाहती है। मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, उसे भी सरकार अपने हिसाब से चलाना चाहती है। बलिया में यूपी बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र का वीडियो वायरल हुआ था पर सरकार ने संज्ञान नहीं लिया। जिसके बाद लोगों ने देश के नौजवानों का भविष्य न खराब हो इसके लिए लोगों ने लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि इस सरकार का नकल माफियाओं के साथ गठजोड़ है, जिसे वह उजागर नहीं होने देना चाहती है।
अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अजय कुमार का कहना है कि प्रशासन व सरकार को गलती मानकर इसकी माफी मांगनी चाहिए थ। यह कौन सा लोकतंत्र है, अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि प्रक्रिया के तहत नंबर लगाकर मिलना चाहता था पर जेल अधीक्षक का कहना है कि आप नहीं मिल सकते। अजय कुमार लल्लू ने सवाल करते हुए कहा कि जहां जुल्म अन्याय व अत्याचार हो, उनसे मिलने के लिए सरकार से इजाजत लेनी पड़ेगी। सरकार की कारगुजारी पर बड़ा सवाल है। परिवार के लोगों से मिलेगे, संघर्ष करेंगे, जब तक रिहाई नहीं हो जाती है तब तक लड़ाई जारी रहेगी।
जनता का आदेश सर्वमान्य
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना ने प्रदेश में कांग्रेस की निराशाजनक हार के लिए कहा कि जनता का आदेश सर्वमान्य है। बुनियादी सवाल लेकर सड़कों पर उतरे, किसानों, नौजवानों के मुददे को लेकर सड़कों पर उतरे। 20 हजार से अधिक लोग जेल गए, कहीं न कहीं हम जनता का विश्ववास हासिल नहीं कर पाए। अजय कुमार लल्लू का कहना है कि हम चुप नहीं बैठेंगे, न्याय , नौजवानों के भविष्य के लिए लगातार लड़ते रहेंगे।