
लखनऊ: योगी सरकार 2.0 में दोबारा कैबिनेट मंत्री बनाए गए जितिन प्रसाद कभी कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रखते थे और राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। लेकिन एक साल पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी के साथ आ गए थे। बीजेपी ने उन्हें ईनाम के तौर पर योगी मंत्रिमंडल में जगह दी थी।
जितिन प्रसाद के राजनीतिक सफर की बात करें तो 2001 में जितिन प्रसाद को युवक कांग्रेस में राष्ट्रीय सचिव बने। 2004 में उन्होंने शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत मिली। इसके बाद 2008 में जितिन प्रसाद केंद्रीय इस्पात मंत्री बने।
2009 से 2011 तक उन्हें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। जनवरी 2011 में उनका मंत्रालय बदला गया और पेट्रोलयम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। अक्टूबर 2012 से मई 2014 तक मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री के रूप में काम किया।
2009 में परिसीमन के बाद लखीमपुर में बनी नई सीट धौरहरा से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। लेकिन 2014 में मोदी की लहर में चुनाव हार गए और फिर 2019 में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पिछले साल 9 जून 2021 को दिल्ली में उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी के रथ पर सवार हो गए।