
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सपा-रालोद गठबंधन भविष्य की राजनीति का ताना-बाना बुनने में जुट गया है। जिसको लेकर यूपी में जून और जुलाई महीने में होने वाले राज्यसभा चुनाव में जयंत सिंह को राज्यसभा भेजे जाने की अटकलें शुरू हो गई हैं।
राज्यसभा जाएंगे जयंत चौधरी
जानकारी के मुताबिक, रालोद के हिस्से में 8 विधानसभा सीटें हैं। बाकी वोट सपा के खाते से पूरे होंगे। प्रदेश में सपा ने 111, रालोद ने 8 और सुभासपा ने 6 सीटें जीती हैं। प्रदेश में राज्यसभा की 31 सीटें हैं। जिनमें जून माह में कुछ सीटें खाली होने जा रही है। ऐसे में जून-जुलाई में राज्यसभा के चुनाव होंगे। जिनके जरिए गठबंधन के बड़े चेहरों को सदन का हिस्सा बनाया जाएगा। क्योंकि जंयत ने विधानसभा चुनाव लड़ने ने इनकार कर दिया था। इसलिए रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह को इस बार राज्यसभा भेजा जाना है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि, चुनाव के नतीजों के बाद सपा और रालोद नेताओं में बातचीत हुई है। इसके अलावा आज लखनऊ में भी बातचीत होगी।
बीते चुनाव के मुकाबले अच्छा रहा प्रदर्शन
बात करें 2017 के चुनाव की तो तब रालोद को सिर्फ एक छपरौली की सीट पर जीत हासिल हुई थी। लेकिन 2022 के चुनावों में रालोद ने 8 सीटों पर जीत हासिल करके पश्चिमी यूपी में भाजपा को सबसे बड़ा सियासी नुकसान जरूर पहुंचाया है। और इसके जरिए गठबंधन में चौधरी जयंत सिंह ने खुद को मजबूती से पेश भी किया है।
2009 में जीता था पहला चुनाव
2009 में रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह मथुरा के सांसद बने थे। इसके बाद 2012 में मथुरा की मांट सीट से विधायक भी चुने गए थे। लेकिन इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद जयंत सिंह रालोद के अध्यक्ष बने।