
लखनऊ: बीती आठ जनवरी से शुरू हुई यूपी विधानसभा चुनाव प्रक्रिया का अंतिम पड़ाव गुरुवार 10 मार्च को मतगणना के साथ पूरा होगा। केन्द्रीय चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार गुरुवार को सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट व सर्विस वोट की गिनती शुरू होगी, इसके आधे घंटे बाद ही इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों की कण्ट्रोल यूनिट में दर्ज हुए वोटों की भी गणना शुरू हो जाएगी। अनुमान है कि सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच शुरुआती रुझान आना शुरू हो जाएंगे।
चूंकि इस बार पोस्टल बैलेट काफी ज्यादा तादाद में पड़े हैं इसलिए हर सीट के अंतिम परिणाम की घोषणा में देर हो सकती है।पुलिस कमिश्नर और डीएम ने ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा परखी: मतगणना की तैयारियां देखने और ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा देखने मंगलवार को पुलिस कमिश्नर और डीएम रमाबाई आम्बेडकर रैली स्थल पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था देखने के साथ मतगणना स्थल का निरीक्षण किया। जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि स्ट्रॉन्ग रूम और मतगणना स्थल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ संभाल रही है। पूरे परिसर की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है।
राजनीतिक दल और प्रत्याशी भी स्ट्रॉन्ग रूम और परिसर की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के जरिये निगरानी कर सकते हैं। डीएम ने बताया कि मतगणना के लिए विधानसभा के आधार पर नौ कमरे आवंटित किए गए हैं जहां वोटों की गिनती होगी। इनकी तैयारियां पूरी हो गई हैं। मतगणना वाले दिन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए परिसर में चिकित्सा कैम्प, एम्बुलेंस और अग्निशमन गाड़ी की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया गया है। इसके अलावा मतगणना स्थल पर मीडिया सेंटर और कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने पिछले दिनों सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीएम) के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और समुचित सुरक्षा बंदोबस्त के साथ मतगणना करवाने की तैयारियों की समीक्षा की।
मंगलवार को सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ हर जिला मुख्यालय पर ईवीएम रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम का मुआयना किया। यहीं पर मतगणना की जाएगी।आयोग द्वारा पहली बार विधानसभा चुनाव में 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग, दिव्यांग, आवश्यक सेवाओं में लगे कार्मिक तथा चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिकों को पोस्टल बैलेट से मतदान करने की सुविधा दी गई। बुजुर्गों और दिव्यांगों को उनके अनुरोध पर घर ही पोस्टल बैलेट से मतदान करने की सहूलियत दी गई। यूपी के मूल निवासी दूसरे राज्यों व सीमा पर तैनात सैनिकों को मतदान की सुविधा के लिए सर्विस वोट आनलाइन जारी किए गए।
सैनिकों ने डाक से मतपत्र अपने जिले में भेजे। चूंकि इस बार पोस्टल बैलेट पिछले चुनावों की अपेक्षा ज्यादा पड़े हैं इसलिए इस बार एआरओ की संख्या बढ़ा दी गई है। हर मतगणना स्थल पर चुनाव आयोग द्वारा तैनात पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे। प्रत्याशी के मतगणना एजेण्ट गड़बड़ी की शिकायत सीधे पर्यवेक्षक से कर सकेंगे। मतगणना की वीडियोग्राफी भी करवायी जाएगी। केन्द्रीय सुरक्षा बल की चौकसी रहेगी।