छत्तीसगढ़ के दुरुस्थ कुन्नी अस्पताल में एक दिन में पैदा हुए पांच स्वस्थ्य बच्चे
कुन्नी उप-स्वास्थ्य केंद्र में एक दिन में पांच प्रसव हुए, जिसमें मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। उपस्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग अथक प्रयास कर रहा है. इसका लाभ सरगुजा जिले के दूरस्थ स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि हुई है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि ग्रामीण अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ की लगातार उपलब्धता होनी चाहिए ताकि लोगों को उनके गांवों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके. इसी को ध्यान में रखते हुए पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर समतल क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों तक लगातार निगरानी की जा रही है. इस निगरानी का नतीजा है कि महिलाएं प्रसव के लिए गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आने लगी हैं और मितानिन उनसे स्थानीय सरकारी अस्पताल में इलाज कराने का आग्रह कर रही हैं.
ऐसी ही एक घटना लखनपुर के कुन्नी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई जहां एक ही दिन में पांच सफल प्रसव हुए, जिससे वहां के कर्मचारी बेहद खुश हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक दिन में पांच प्रसव के मामले बहुत कम हैं, लेकिन कुन्नी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने सफलतापूर्वक प्रसव कराया है और मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. अर्गोटी, जामदरा, कुन्नी की एक-एक और तिरकेला की दो-एक महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. सरगुजा रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने कहा कि यह अच्छी बात है कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अब अस्पतालों में पहुंच रही हैं और बेहतर सुविधाएं प्राप्त कर रही हैं.
मां और बच्चे दोनों को स्वस्थ रखने के लिए हम शुरू से ही संस्थागत प्रसव पर जोर देते रहे हैं। कुन्नी जैसे छोटे से अस्पताल में भी एक दिन में इतनी डिलीवरी होती है और अच्छी बात है कि सभी जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं. सरगुजा जिले के सभी छोटे और बड़े अस्पतालों में सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के हम सभी के सामूहिक प्रयास सफल हो रहे हैं।