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Uttarakhand Election 2022 : बगावत करने वाले कार्यकर्ताओं को मनाने में लगी बीजेपी, कही ये बात
बीजेपी हो या कांग्रेस पार्टियों ने उम्मीदवारों की लिस्ट क्या जारी की। दोनों ही पार्टियों में बागियों के सुर तेज हो गए। और विधानसभा चुनाव 2022 में टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं को मनाने में भाजपा-कांग्रेस के पसीने छूट रहे हैं।
वापसी का अंतिम दिन आज
वापसी के अंतिम दिन को देखते हुए दोनों दलों ने बागियों को मनाने के लिए अपनी टीमों को कमान दे दी है। हांलाकि अगर बागियों की बगावत जारी रही तो दोनों दल, बागियों को पार्टी से बाहर निकालने में भी गुरेज नहीं करेंगे। बता दें कि, बीजेपी ने राज्य की 16 विधानसभा सीटों पर 22 और कांग्रेस से 13 बागियों ने नामांकन कराया है।
बागियो को मनाने में जुटे सांसद
बीजेपी ने अपने पार्टी सांसदों को उनके संसदीय क्षेत्रों में बागियों को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं कपकोट में सीएम धामी, टिकट न मिलने से खफा पूर्व विधायक शेर सिंह गड़िया को मनाने में कामयाब भी रहे। उधर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत कालाढुंगी से नामाकंन करा चुके पूर्व प्रदेश महामंत्री गजराज बिष्ट को मनाने के लिए हल्द्वानी पहुंचे। उन्होंने भी गजराज को मना लिया। जिसके बाद गजराज बिष्ट ने नामांकन वापस ले लिंया।
हरिद्वार और गढ़वाल की मिली जिम्मेदारी
पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक को हरिद्वार और सांसद तीरथ रावत को गढ़वाल संसदीय सीट के विधानसभा क्षेत्रों के बागियों को मनाने का जिम्मेदारी मिली है। वहीं बीजेपी राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी कोटद्वार और डोईवाला सीट के बागियों को मनाने में जुटे हैं। बलूनी ने सौरभ थपलियाल और सुभाष भट्ट से बातचीत की। और मनाने में कामयाब भी रहे। पार्टी सूत्रों का मानें तो, कुछ अन्य बागियों ने भी नामांकन वापस लेने का भरोसा दिया है। सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह और प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार टिहरी संसदीय क्षेत्र के बागियों के संपर्क में हैं। इसके बाद भी अगर कोई कार्यकर्ता, पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में डटा रहता है। तो बीजेपी अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी।