किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले संगठनों ने किया रेलवे ट्रैक को खाली करने का फैसला
पंजाब के विभिन्न हिस्सों में किसानों ने मंगलवार को रेलवे ट्रैक को किया खाली। किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात की और रेलवे ट्रैक को खाली करने का फैसला किया। किसानों ने 20 दिसंबर को किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के बैनर तले ‘रेल रोक्को’ आंदोलन शुरू किया था, जिससे कई ट्रेनें प्रभावित हुईं और यात्रियों को असुविधा हुई।
आंदोलनकारी किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर से चले आ रहे आंदोलन में जान गंवाने वालों के परिवारों को पूर्ण कर्जमाफी, मुआवजा देने और उनके खिलाफ लगे आरोप वापस लेने की मांग की।
केएमएससी के राज्य महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद अपने ‘रेल रोक्को’ आंदोलन को स्थगित करने का फैसला किया है। पंढेर ने कहा कि अगला दौर चार जनवरी को मुख्यमंत्री के साथ उनकी मांगों पर चर्चा के लिए होगा। किसानों ने फसल नुकसान पर 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, गन्ना खरीद का बकाया माफ करने और ठेका व्यवस्था रद्द करने की भी मांग की है।