
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश में आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक दूसरे दल में जारी उठापटक के बीच उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बहुजन समाजवादी पार्टी को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। बता दें कि सदर ब्लाक के प्रमुख रहे बुलंदशहर विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हाजी यूनुस ने पार्टी को अलविदा कह दिया है।
गौरतलब है कि जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे बहुजन समाज पार्टी का कुनबा छोटा होता जा रहा है। बसपा के कद्दावर नेताओं में शामिल हाजी यूनुस ने बीएसपी से अलग होने पर निश्चित तौर पर मायावती को बड़ा झटका दिया है। वही हाजी यूनुस ने बसपा छोड़ राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय लोक दल की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं।
आपको बता दें कि शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी के पूर्व मंत्री हाजी अकबर को पार्टी से निष्कासित कर दिया था उन पर जिला पंचायत चुनाव में पार्टी गतिविधियों को लेकर कार्रवाई की गई थी वही लगातार पार्टी विरोध गतिविधियों की वजह से अन्य को भी पार्टी से निकालने की बात कही गई थी।
गौरतलब है कि हाजी यूनुस कुंदरकी विधानसभा से 5 बार के विधायक करें और उनका सियासी राजनीति सफर काफी लंबा है। हाजी यूनुस 1991 1980 और 1997 में अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़े और जीते भी इसके बाद 1996 2007 में बसपा और 2007 से लेकर 12 तक बरेली देवीपाटन के प्रभारी मंत्री रहे मई 17 का चुनाव बहुजन समाज पार्टी से लड़े लेकिन मोदी लहर में वह चुनाव हार गए।