रेलवे की खाली पड़ी जमीनों पर बनेंगे मॉल, मल्टीप्लेक्स
रेलवे की खाली पड़ी जमीनों पर बनेंगे मॉल, मल्टीप्लेक्स
बरेली, लखनऊ और झांसी में बेकार पड़ी जमीनों को लीज पर देगा रेलवे
रेलवे का बड़ा कदम
बरेली में 30 साल से बेकार पड़ी है रेलवे की शाहदाना-इज्जजनगर लाइन
विदेशों की तर्ज पर लाइन के दोनों तरफ बनेगा शहर का स्पेशल वेडिंग जोन
आरएलडीए ने बरेली के आर्किटेक्ट सुमित से मांगे इस प्रोजेक्ट के लिए सुझाव
मेयर बोले, सभी विभागों को साथ बैठाकर तैयार करेंगे विकास की योजना
बरेली। बरेली, लखनऊ और झांसी में बरसों से खाली पड़ी रेलवे की जमीनों पर अब आवासीय भवनों के साथ-साथ मॉल और मल्टीप्लेक्स बनाए जाएंगे। लंबी कवायद के बाद रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) ने इस पर काम शुरू कर दिया है। रेलवे तीनों जिलों की खाली जमीनों को 45 साल की लीज पर देगा। आरएलडीए ने इसके लिए बरेली के आर्किटेक्ट सुमित अग्रवाल से सुझाव मांगे थे। सुमित ने शाहदाना में रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर जरी का इंटरनेशनल सेंटर और पटरियों के दोनों तरफ स्पेशल वेंडिंग जोन बनाने का सुझाव दिया है।
बरेली के शाहदाना, लखनऊ के ऐशबाग और झांसी ईस्ट में रेलवे की जमीन बरसों से बेकार पड़ी है। लंबे समय से इस्तेमाल न हो पाने के कारण इन जमीनों पर अवैध कब्जे हो गए हैं। बरेली में शाहदाना से सीबीगंज तक रेलवे लाइन अंग्रेजों ने डाली थी। जिस पर बाबू ट्रेन चला करती थी। आजादी के बाद भी ट्रेन का संचालन जारी रहा। 80 के दशक में ट्रेन चलनी बंद हो गई। इसके बाद रेलवे के गोदाम और ट्रैक के इर्द-गिर्द लोगों ने अवैध कब्जे कर लिए। लंबे समय से रेलवे इस जमीन को विकसित और अतिक्रमण मुक्त करने की तैयारी कर रहा था। रेल मंत्रालय की मंजूरी के बाद आरएलडीए ने इस पर जोरशोर से काम शुरू कर दिया है।
शाहदाना में जरी सेंटर, बाकी जमीन पर वेडिंग जोन
आरएलडीए के अफसरों ने बरेली के आर्किटेक्ट सुमित अग्रवाल ने जमीन को विकसित करने के लिए सुझाव मांगे थे। सुमित ने शाहदाना में खाली पड़ी जमीन पर जरी का इंटरनेशल सेंटर और पटरियों के किनारे स्पेशल वेंडिग जोन बनाने का सुझाव दिया है। वेंडिंग जोन के एक हिस्से में शहर के अलग-अलग इलाकों में सड़क किनारे लगने वाला बाजार शिफ्ट होगा। इसके अलावा यहां स्पेशल वॉकिंग प्लाजा बनेगा जिसके दोनों तरफ शॉपिंग मॉल, थिएटर, होटल, ओपन रेस्टोरेंट होंगे।
जल्द बरेली आ रही है आरएलडीए की टीम
आरएलडीए की टीम जल्द बरेली, लखनऊ और झांसी का दौरा करेगी। जमीन को विकसित करने के लिए विशेषज्ञों से सुझाव लेने के साथ ही अफसर हर शहर के प्रमुख लोगों के साथ बैठक भी करेंगे। दिसंबर और जनवरी में बैठक करने के बाद दिसंबर के अंत में तीनों जिलों की बिड जारी कर दी जाएगी।
तीनों शहरों में यह है रेलवे की योजना
1-बरेली: बरेली में शाहदाना में रेलवे गोदाम और ट्रैक की खाली जमीन को विकसित करने की तैयारी है। जमीन का कुल क्षेत्रफल 14.68 हेक्टेयर है। इस जमीन पर जमाम अवैध कब्जे हैं।
2-लखनऊ: ऐशबाग में रेलवे की 3.54 हेक्टेयर जमीन खाली पड़ी है। इस जमीन पर भी आवासीय भवनों के साथ-साथ मॉल व मल्टीप्लेक्स बनाने की तैयारी है। इसके लिए सुझाव मांगे गए हैं।
3-झांसी में रेलवे की 0.73 हेक्टेयर जमीन खाली पड़ी है। इस जमीन पर होटल, प्राइवेट व सरकारी दफ्तर बनाने की तैयारी है। यह इलाका इस काम के लिए मुफीद बताया जा रहा है।
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बरेली को यह होगा फायदा
1-सड़कों के किनारे लगने वाला सारा बाजार वेंडिंग जोन में शिफ्ट हो जाएगा। अतिक्रमण हटेगा तो सड़कें साफ और चौड़ी रहेंगी।
2-विदेशों की तर्ज पर विकसित बरेली का वेडिंग जोन एक टूरिस्ट स्पॉट भी बनेगा। यहां होटल, मॉल, ओपन रेस्टोरेंट, वॉकिंग प्लाजा, लैंडस्केप, लैंपपोस्ट बनने से यह लोगों को अपनी तरफ खींचेगा।
3-नए और पुराने बरेली के बीचों-बीच एक ऐसा शहर बस जाएगा जो बरेली के अलावा दूसरे जिलों के लोगों को भी अपनी तरफ खींचेगा।
4-करीब चार किलोमीटर लंबे इस जोन में नए मार्केट, होटल व दूसरी चीजें बनने से हजारों नए रोजगार पैदा होंगे जिससे बेरोजगारी दूर होगी।
5-रेलवे लाइव के दोनों तरफ हुआ अतिक्रमण और डेयरियां हट जाएंगी। इससे गंदगी कम होगी और डेयरियों को शहर से बाहर जाना पड़ेगा।
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शाहदाना में जरी का इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर और पटरियों के दोनों तरफ स्पेशल वेडिंग जोन बनाने का सुझाव दिया गया है। इस इलाके को विदेशों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां हजारों नए रोजगार पैदा होंगे साथ ही बरेली को एक नया टूरिस्ट स्पॉट भी मिल जाएगा।
—सुमित अग्रवाल, आर्किटेक्ट, बरेली