एक लाख गरीब बच्चों को मिला शिक्षा का अधिकार, आरटीई इतिहास में दर्ज किया रिकॉर्ड
प्रदेश में पहली बार निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के अंतर्गत निजी स्कूलों में 99,188 बच्चों को निशुल्क शिक्षा के लिए प्रवेश दिया गया है। यूपी में शैक्षिक सत्र 2021-22 में आरटीई के 12 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा बच्चों को एडमिशन दिया गया है।
आरटीई के अंतर्गत प्रदेश में तीन चरणों में स्कूलों में प्रवेश के लिए 2,00,099 आवेदन दिए गए थे। जिनमे लॉटरी योग्य 1,64,405 आवेदन पाए गए। कुल 99,188 बच्चों को तीन चरणों में निजी स्कूलों में प्रवेश दिलाया गया है।
1,01,783 आवेदन पहले चरण में मिले थे। 79,853 आवेदकों की जिसमे लॉटरी निकाली गई। इस लॉटरी में 54727 छात्रों को दाखिला मिला। 76,190 आवेदन दूसरे चरण में मिले जिनमे लॉटरी योग्य 56,703 आवेदक पाए गए। जिसमे 31,512 छात्रों को दाखिला मिला।
22,126 विद्यार्थियों के आवेदन तीसरे चरण में मिले जिसमे लॉटरी योग्य 16,492 आवेदक पाए गए। 12,949 बच्चों को लॉटरी के बाद स्कूलों में प्रवेश दिया गया।
आरटीई की स्वयं सेवी संस्था राइट वॉक की समीना बानो का कहना है कि इस वर्ष आरटीई के अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रवेश दिलाने के लिए पूरी मेहनत की है। जिसकी वजह से रिकार्ड प्रवेश इस साल मिला है।