
अफगानिस्तान से अपने कर्मियों को वापस लाने को सरकार तैयार, कहा- सही समय देखकर उठाएंगे कदम
भारतीय वायुसेना की सैन्य परिवहन विमान सी-7 ग्लोबमास्टर के एक बेड़े को लोगों और कर्मचारियों को जल्द से जल्द अफगानिस्तान से निकालने के लिए पहले ही तैयार रखा गया है।
नई दिल्ली : अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान के साथ-साथ अब भारत को बहुत ज्यादा डरने की जरूरत है।और साथ ही देश की सुरक्षा कौ और अधिक चाक चौबंद करने की भी जरुरत है। अफगानिस्तान मे भारत के बहुत से कर्मी फंसे हुए हैं। हर देश अपने यहां के लोगों को हर हाल में जल्द बचाकर वापस अपने देश लाने की बात कर रहा है।
जिसमें भारत सरकार भी इस पूरी घटना पर नज़र बनाए हुई है और सही मौका देख कर सजगता के साथ कदम उठाने की बात कह रही है ताकि उनके कर्मियों पर कोई खतरा न आए।
भारत सरकार ने कहा है कि वे काबुल में भारतीय दूतावास में फंसे अपने कर्मचारियों और नागरिकों की जान जोखिम में नहीं डालेगा। उन्हें आपात स्थिति में वहां से निकालने की योजना बना ली गई है। वहां से लोगों को निकालने को लेकर उनका कहना है कि जमीनी हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। भारतीय वायुसेना की सैन्य परिवहन विमान सी-7 ग्लोबमास्टर के एक बेड़े को लोगों और कर्मचारियों को जल्द से जल्द वहां से निकालने के लिए पहले ही तैयार रखा गया है।
आपको बता दे कि तालिबान के हमले के बाद अब लोगों का पलायन वहां से शुरू हो गया है। और तालिबान के द्वारा सभी विदेशियों को जल्द से जल्द अपने देश लौटने की हिदायत दी जा रही है। रविवार को काबूल से करीब 229 यात्री इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे जहां से पहला विमान 100 यात्रियों के साथ दिल्ली पहुंचा।
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