![नीरज चोपड़ा](/wp-content/uploads/2021/08/Neeraj-Chopra-wins-gold-at-Tokyo-Olympics-720x470.jpeg)
नीरज चोपड़ा का 17 अगस्त को उनके गांव में खास अंदाज में होगा स्वागत, 20 हजार लोगों की होगी दावत !
गोल्ड मेडलिस्ट ‘नीरज चोपड़ा’ नाम ही काफी है। देश को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीताने वाले नीरज चोपड़ा के पानीपत स्थित खंडरा गांव में उत्साह मनाया जा रहा है। 17 अगस्त को नीरज चोपड़ा अपने गांव खंडरा पहुंच रहे हैं। गांव में उनके स्वागत के लिए मिठाइयां बनाई जा रही हैं। गांव वालों के जोश का अंदाजा इससे ही लग रहा है कि गांव में बीस हजार लोगों के लिए लड्डू बन रहे हैं।
लगभग सौ लोगों की टीम मिठाइयों को बनाने लगी हुई है। दो सौ से अधिक चीनी के बोरियां रखी हुई हैं। तीस से अधिक गैस सिलेंडर मंगाएं गए हैं। हलवाई भी मिठाई बनाते वक्त खुद पर गर्व महसूस कर रहें हैं, इस काम से उनका भी नाम हो रहा है। जब-जब नीरज का नाम लिया जायेगा, तब-तब वे लोग कहेंगे कि नीरज के स्वागत के लिए मिठाईयां तो हमने ही बनाई थी।
जींद से आयेंगे हलवाई
जींद के रूपगढ़ से आए हुए हलवाई ने कहा कि अलग-अलग जिलों से यहां हलवाई पहुंचे हैं। चंडीगढ़ तथा अंबाला से भी हलवाई आए हुए हैं। हलवाइयों ने कहा है कि देश के बेटे का बेटा आ रहा है जिसकी खुशी में मिठाइयां बनाई जा रहीं हैं। उसके स्वागत में कोई कमी रहने नहीं देंगे।
हलवाइयों को एक लाख लड्डूओं को बनाने का आर्डर मिला है। सफीदों से आए हुए हलवाई रोशनलाल ने कहा कि सारा काम छोड़ अपने बेटे के गांव में आए हुए हैं। स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।
स्वागत में बन रहे ये पकवान
असली देसी घी के लड्डू, गुलाब जामुन, असली देसी घी की जलेबी, 17 अगस्त को बनाएंगे जलेबियां बनवाई जायेंगी
नीरज के दादा ने कहा, नीरज को चूरमा है बहुत पसंद
नीरज के दादा धर्म सिंह चोपड़ा ने कहा कि नीरज मीठा खाने के शौकीन है। नीरज को सबसे ज्यादा चूरमा खाना पसंद है। बचपन का एक किस्सा सुनाते हुए नीरज के दादा कहते हैं कि नीरज बहुत शैतान था। पढ़ाई से अधिक खेलने में उसका मन लगता था। नीरज वैसे तो शांत स्वभाव का है।
गांव से कभी कोई उसकी शिकायत नहीं आई। हां, कई बार मिट्टी से सना हुआ घर आता था। यह देखकर उन्हें खुशी होती थी। उन्हे ऐसा लगता था कि एकदिन जरूर नीरज देश का नाम रोशन करेगा। और आजदेश को उसने मेडल जीता दिया।