क्रिसिल रिसर्च के मुताबिक ब्याज दरों में RBI कर सकता है वृद्धि
नई दिल्ली। 2022 के आखिरी में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) प्रमुख दरों में 25 आधार अंकों की वृद्धि कर सकता है। क्रिसिल रिसर्च ने एक रिपोर्ट में यह आशंका जताई है। मौद्रिक नीति कमेटी के सदस्यों की बैठक में कहा कि आसान मौद्रिक नीति व्यवस्था अधिक समय तक नहीं चल सकेगी। हम आशा करते हैं कि इस वित्तीय वर्ष के आखिरी तक आरबीआई अच्छे अनुमान देगी। प्रमुख दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करेगा।
रिपोर्ट के अनुसार मुद्रास्फीति के RBI इस निर्णय का मेन फैक्टर होगा, दूसरे फैक्टर जैसे कि मुख्य रूप से घरेलू मांग तथा दूसरे प्रमुख केंद्रीय बैंकों से नीति को व्यापक बनाना भी मैटर करेगा। उन केंद्रीय बैंकों में से आरबीआई एक है, जो महामारी से लड़ने और उसके प्रोत्साहन करने में आई कमी धीरे-धीरे रिकवर करने में लगी हैं।
केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति से प्रभावित होकर ब्राजील, रूस, तुर्की तथा कनाडा में इस समय पहले ही नीतिगत दरों में कमी और वृद्धि कर चुके हैं। इस वर्ष केंद्रीय बैंक की कार्रवाई को मुद्रास्फीति की प्रकृति, सहिष्णुता के साथ इसे परिभाषित किया गया है।
वैश्विक बाजारों में इस समय एक असहज शांति की स्थिति है। ऐसा इसलिए, क्योंकि केंद्रीय बैंकों ने विकास को प्रोत्साहित करने के लिए प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के आसान मौद्रिक नीतियों का पालन किया है, मुद्रास्फीति में तेज बढ़ोतरी हुई है।
व्यवस्थित रूप से अमेरिकी फेडरल रिजर्व तथा यूरोपीय सेंट्रल बैंक समेत इस वृद्धि को कुछ वक्त के रूप में देखते हैं और ज्यादा मुद्रास्फीति-सहिष्णु बनने के लिए नीति को बदलने को कहते है। कुछ अमेरिकी फेडरल उभरते बाजारों में रिजर्व से आगे चल रहे हैं।
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