
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद बैठक की अध्यक्षता करने वाले पहले भारतीय होंगें पीएम मोदी
इस बैठक के जरिए समुद्री सुरक्षा पर भारत की कोशिश सागर की अवधारणा को आगे बढ़ाने की भी है, जिसकी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2015 से करते रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज समुद्री सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक मीटिंग की अगुवाई करेंगे। सोमवार को होने वाली यह मीटिंग खाड़ी में ऑयल टैंकर पर हुए हमले को लेकर ईरान और इजरायल के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर बहुत महत्वपूर्ण हो गई है।विदेश मंत्रालय के अनुसार, सुरक्षा परिषद की बैठक में समुद्री क्षेत्र में अपराध और सुरक्षा को कम करने और आपसी तालमेल बढ़ाने को कई फैसले हो सकते हैं। इस मीटिंग में कई राष्ट्र प्रमुखों, अनेक सरकारों के प्रतिनिधियों, यूएन के वरिष्ठ पदाधिकारी के अलावा अनेक क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
इससे पहले भी कई बार सुरक्षा परिषद में समुद्री सुरक्षा को लेकर प्रस्ताव पारित किए गए हैं। लेकिन यह पहली बार होगा जब समेकित तौर पर इस विषय को व्यापक बहस के लिए एजेंडा में रखा गया है। वहीं विदेश मंत्रालय अधिकारियों के अनुसार, भारत का यह मत रहा है कि समुद्री सुरक्षा पर कोई भी एक देश निर्णय नहीं कर सकता है। इस विषय पर व्यापक तरीके से चर्चा करने और सहमति बनाने की जरूरत है।
इस बैठक के जरिए समुद्री सुरक्षा पर भारत की कोशिश सागर की अवधारणा को आगे बढ़ाने की भी है, जिसकी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2015 से करते रहे हैं। इसी विचार को 2019 के पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान आगे बढ़ाते हुए इंडो पेसिफिक ओसियन इनीशिएटिव को सामने लाने की कोशिश की। इसके तहत साथ मुख्य स्तंभ तय किए गए जिनमें समुद्री पारिस्थितिकी, समुद्री संसाधन, क्षमता विस्तार, संसाधनों की साझेदारी, आपदा नियंत्रण के उपाय व प्रबंधन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी शैक्षणिक संस्थानों के बीच समन्वय, कारोबारी संपर्क और समुद्री परिवहन जैसे विषय शामिल है।