मुरादाबाद के बाद संभल जिले के 25 हिंदू परिवारों ने दी पलायन की चेतावनी, वजह कर देगी हैरान
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के बाद अब संभल में 25 हिंदू परिवारों ने पलायन करने की चेतावनी दी है। पलायन करने की वजह मंदिर जाने का रास्ता है जिसे नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा जबरन बंद करा दिया गया है । पीड़ित हिंदू परिवारों का आरोप है कि रास्ता बंद होने से गांव के लोगों पूजा पाठ के लिए मंदिर नहीं जा पा रहे हैं।
इसके साथ ही लोगों का कहना है कि, गांव की लड़कियों को स्कूल जाने के लिए दूसरे रास्ते से जाना पड़ रहा है । दूसरे रास्ते पर असमाजिक तत्व लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं । पीड़ित हिंदू परिवारों ने तहसील कार्यालय प्रदर्शन कर प्रशासनिक अधिकारियों से बंद किए गए रास्ते को खुलवाने की मांग की है । पीड़ित हिंदू परिवारों ने रास्ता न खोले जाने पर गांव से पलायन की धमकी दी है ।
मुरादाबाद में 80 हिंदू परिवारों के सामूहिक पलायन की धमकी के बाद संभल में 25 हिंदू परिवारों द्वारा पलायन की चेतावनी का यह मामला जिले के हजरतनगर गढ़ी थाना क्षेत्र के नगर पंचायत सिरसी के मोहल्ला चौधरियान का है । इस इलाके में हिंदू अल्पसंख्यक हैं । पीड़ित हिंदू समुदाय का आरोप है कि नगर पंचायत और चेयरमैन ने वर्षों पुराने मंदिर जाने के रास्ते को जबरन बंद कर दिया है। जिसकी वजह से गांव वाले पूजा पाठ के लिए मंदिर नहीं जा पा रहे है ।
असामाजिक तत्व करते हैं छेड़छाड़
गांव वालों का आरोप है कि गांव की लड़कियों को स्कूल जाने और अन्य दूसरे कामों से गांव से बाहर जाने के लिए गांव वालों और महिलाओं को दूसरे रास्ते से जाना पड़ रहा है जो रास्ता जंगल से होकर गुजरता है और पूरी तरह असुरक्षित है । इस रास्ते पर अपराधिक प्रवृति के लोग लड़कियों और महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं ।
गांव वालों ने तहसील पर किया प्रदर्शन
रास्ता बंद किए जाने की समस्या को लेकर करीब 25 हिंदू परिवारों ने तहसील पर प्रदर्शन कर बंद किए गए रास्ते को खुलवाने की मांग की हैं ।पीड़ित हिंदू परिवारों ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर कर चेतावनी दी है कि यदि बंद किए गए रास्ते को नहीं खोला गया तो सभी हिंदू परिवार गांव से पलायन कर जाएंगे ।
अधिकारी ने दिया कार्यवाही करने का आश्वासन
सिरसी से 25 हिंदू परिवारों के पलायन के मामले में तहसीलदार राजेश चौधरी ने कहा कि गांव वालों का ज्ञापन मिला है । पूरे मामले की जांच कराकर उचित कार्यवाही का भरोसा पीड़ित हिन्दू परिवारों को दिया गया है ।