
धामी सरकार का निर्देश:अब हरिद्वार आने वाले कांवड़ियों को बॉर्डर पर मिलेगा 500 ml गंगाजल
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को पूर्व की भांति इस बार भी स्थगित कर दिया था । राज्य में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए कांवड़ मेला रद्द है। इसके बावजूद बाहरी राज्यों से कांवड़िए राज्य के पुलिस-प्रशासन को चमका देकर हरिद्वार पहुंच रहे हैं। हरिद्वार आने से कांवड़ियों को रोकने और उनको गंगाजल उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू की है।
इस नई व्यवस्था के तहत जिले के सभी बॉर्डर और चेक पोस्ट पर 500 ml गंगाजल कांवड़ियों को उपलब्ध कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने इसके आदेश जारी करने के साथ ही नोडल अधिकारी और चेक पोस्ट प्रभारियों की तैनाती की दी है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में लगातार दूसरी बार उत्तराखंड में सावन की प्रसिद्ध कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध है। यही नहीं, कांवड़ियों के हरिद्वार आने पर क्वारंटीन करने और मुकदमा दर्ज करने का भी प्रावधान किया गया है। दूसरी ओर भोले बाबा की आस्था और मांग के अनुसार, उत्तराखंड की धामी सरकार ने कुछ राज्यों में टैंकरों से गंगाजल भेजने की व्यवस्था भी बनाई है। इसके बावजूद भी कुछ कांवड़िए चोरी-छिपे हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
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इन्हें हरिद्वार आने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने अब नई व्यवस्था लागू कर दी है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि कांवड़ियों को बॉर्डर और चेक पोस्ट पर ही 500 ml गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा। वितरण व्यवस्था के संचालन के लिए जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
जिलाधिकारी ने आदेश दिए हैं कि जिले के सभी 10 बॉर्डर चेक पोस्ट पर कांविड़यों को शांतिपूर्वक गंगाजल उपलब्ध कराया जाए। चेक पोस्ट प्रभारी वितरित होने वाले गंगाजल का लेखाजोखा रखेंगे। नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी प्रतिदिन इसका अवलोकन करेंगे।