
सतीश रेड्डी ने लगाया अनुमान, भारतीय फार्मा उद्योग में होगी तीन गुना बढ़त
उन्हें उम्मीद है कि मौजूदा दशक में उद्योग तीन गुना होकर वर्ष 2030 तक 120 से 130 अरब डॉलर का हो जाएगा।
कोरोना ने भले ही अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी हो, लेकिन धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर आ रही है। बाकी उद्योगों की तरह ही भारतीय फार्मा उद्योग भी आने वाले समय में तीन गुना हो जाएगा। इसकी जानकारी डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज के चेयरमैन के सतीश रेड्डी ने शनिवार को दी। सतीश रेड्डी ने संस्थान के 9वें दीक्षांत समारोह में ये सारी बातें की। सतीश रेड्डी ने कहा कि भारतीय फार्मा उद्योग तीन गुना होकर वर्ष 2030 तक 130 अरब डॉलर का हो जाएगा।
उन्होंने यह अनुमान लगाया है कि वर्तमान में हम देखे तो भारतीय दवा उद्योग 42 अरब डॉलर का है। इसमें आधी घरेलू बिक्री और आधा हिस्सा निर्यात का हैं। उन्हें उम्मीद है कि मौजूदा दशक में उद्योग तीन गुना होकर वर्ष 2030 तक 120 से 130 अरब डॉलर का हो जाएगा। रेड्डी ने कहा कि सरकार की आत्मनिर्भर भारत नीति, उद्योग को प्रोत्साहन और नवाचार पर जोर देने समेत कई सारे सुधार उद्योग के लिए शुभ संकेत हैं।
उन्होंने इस दौरान केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया समेत अन्य संबंधित अधिकारियों के उद्योग की क्षमता बढ़ाने में मदद करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना भी की। भारतीय दवा उद्योग ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम किया।