
कभी डेयरी सामान के लिए मशहूर हरियाणा अब बनता जा रहा है नशे का गढ़
हरियाणा में नशे के सामान की तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे है। ज्यादातर मामले पंजाब , राजस्थान और दिल्ली से लगे बॉर्डर से सुनने में आ रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही फरीदाबाद से 345 किलोग्राम हेरोइन पकड़ा गया था। इसके चलते विपक्षी दलों ने सरकार के ऊपर हमले करने शुरू कर दिए हैं।
लोगो को मानना है कि कभी अपने डेयरी सामानों के लिए प्रसिद्ध हरियाणा नशे के गढ़ में तब्दील होता जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा शिकार युवा वर्ग हो रहा है।
पंचकूला पुलिस लाइन में एक ड्रग सचिवालय है। इसके अंतर्गत दिल्ली , राजस्थान , पंजाब और हरियाणा पुलिस मिल कर इन नशे के कारोबारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है। पर दिन भर यहाँ लोग फ़ोन की घंटी सुनने को तरस जाते है। कोई शिकायत दर्ज करने वाला ही नही है। पुलिस का कहना है जब तक शिकायत नही आयेगी , आगे की कार्यवाही कैसे हो पायेगी।
राज्य नारकोटिक्स ब्यूरो के पास तो संसाधन की कमी की बात सामने आ रही है। जब न स्टाफ होगा न संसाधन तो काम तो आगे बड़ ही नही पायेगा।
लोगो का कहना है कि पहले पंजाब को नशे का गढ़ माना जाता था पर पिछले कुछ सालों में सरकर के ढीले कामों की वजह से हरियाणा में भी तस्कर सक्रिय हो चुके है।
विपक्ष के नेताओ ने सरकार से इसपर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही नारकोटिक्स ब्योरो को पर्याप्त संसाधन देने की मांग भी उठाई गई हैं।
हरियाणा में किस तरह से नशे की तस्करी हो रही है उसका पता आप इन आकड़ो से लगा सकते है। पिछले साल पुलिस द्वारा लगभग 22.5 टन ड्रग्स जब्त किया गया था।
इसमें चरस , अफीम , गांजा , हर तरह की ड्रग्स पाई गई थी। इस साल के आंकड़े भी लगभग ऐसे ही है। प्रदेश के राज्यपाल ने बढ़ते नशे पर चिंता जताई है । और निर्देश दिए है कि जल्द से जल्द हरियाणा को नशा मुक्त किया जाए।
ये भी पढ़े :- यूपी सरकार के साथ आरएसएस भी जुटा तैयारियों में, सरकार की छवि बनाने की मुहिम