Jammu: रत्नूचक्क में फिर उड़ते दिखें संदिग्ध ड्रोन, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
जम्मू एयरबेस स्टेशन (Jammu Airbase Station) पर हुए हमले में ड्रोन (Drone Attack) के इस्तेमाल ने सुरक्षाबलों की परेशानी बढ़ा दी है तो देश के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी गई है. देश में पहली बार कथित तौर पर सैन्य ठिकानों (Army Camp) पर हमले के लिए ड्रोन का इस्तेमाल जम्मू एयरबेस स्टेशन पर हुआ. मगर उसके बाद से जम्मू में संदिग्ध ड्रोन की गतिविधियां और तेजी से बढ़ने लगी हैं. जम्मू (Jammu)में लगातार संदिग्ध ड्रोन नजर आ रहे हैं. इस बीच एक बार फिर ड्रोन दिखाई पड़ने की खबर आई है. सूत्रों ने बताया है कि जम्मू के रत्नुचक इलाके के कुंजवानी में देर रात संदिग्ध ड्रोन गतिविधि देखी गई.
अधिकारियों के अनुसार, पहला ड्रोन कालुचक कैंट (Kaluchak Cant), दूसरा रत्नुचक कैंट (Ratnuchak Cant) और तीसरा कुंजवनी (Kunjavani) इलाकों में करीब 1:30 से सुबह 4 बजे के बीच देखा गया था. IAF स्टेशन पर हुए हमले की जांच जारी है. संकेत मिले हैं कि इस हमले में RDX समेत कई केमिकल्स को मिलाया गया था. समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि यह घटना सुरक्षा एजेंसियों को लिए नया खतरा बनकर आई है.
शुरुआती जानकारी से यह सामने आया है कि ड्रोन हमले में एयरबेस में खड़े एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर निशाने पर थे. हालांकि ऐसे में अब अगर ये धमाका ड्रोन अटैक साबित होता है तो ये सैन्य ठिकाने पर हुआ देश का पहला ड्रोन अटैक होगा. हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है. पुलिस भी अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर धमाकों पर काम कर रही है.