
NDA से अलग होने वाली बात पर क्या बोले जीतनराम मांझी
बिहार में कुछ दिनों से ऐसी बातें चल रही है कि हम एनडीए से अलग हो सकती है इस पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ( JitanRam Manjhi ) ने कहा कि हम एनडीए के साथ थे और आगे भी रहेंगे हम सरकार में रहकर भी सकारात्मक सोच के साथ दलित और गरीबों के मुद्दे निवेदन पूर्वक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष उठाते रहेंगे उन्होंने यह भी कहा कि हमारी मांग है कि वृद्धा पेंशन 400 से बढ़कर ₹1000 की जाए और 20 से 40 साल के पढ़े-लिखे बेरोजगार युवकों के लिए 5000 भत्तादिया जाए.

हर कार्य को जन-जन तक पहुंचाना पार्टी कार्यकर्ताओं का दायित्व
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान हमने जो भी कल्याणकारी कार्य किए हैं और जो भी 34 निर्णय लिए हैं उन निर्णय को जन-जन तक पहुंचाना पार्टी के कार्यकर्ताओं का दायित्व है क्योंकि सारे निर्णय दलित और गरीब परिवारों के हित में ही लिए गए हैं आज हम सरकार में हैं और हमने अपने मुख्यमंत्री काल में 34 निर्णय लिए थे और निर्णय को सरकार माने इसके लिए भी हमें प्रयास करना है।
उन्होंने बताया कि हमारी पार्टी की स्थापना वर्ष 2015 में की गई थी. हमारी पार्टी दलितों और हर जाति और धर्म के गरीबों की पार्टी है. पार्टी का उद्देश्य सबसे ज्यादा आबादी- दलित और गरीबों को मदद करना है .