
लखनऊ: ब्लैक फंगस से 3 मरीजों की गई जान, 14 नए केस आए सामने
राजधानी में रविवार को ब्लैक फंगस के 14 नए मरीज मिले जबकि तीन लोगों की जान चली गई। अब तक ब्लैक फंगस से 35 मरीजों की जान जा चुकी है। जबकि 130 से ज्यादा का ऑपरेशन किया जा चुका है। वहीं, अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 334 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं।
लखनऊ में पूरे प्रदेश से ब्लैक फंगस के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। ब्लैक फंगस प्रोटोकॉल में कुछ ही अस्पताल को इलाज की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में सबसे ज्यादा मरीजों का दबाव केजीएमयू पर है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के अनुसार, ब्लैक फंगस के मरीजों की जान बचाने के लिए 24 घंटे के भीतर 12 मरीजों के ऑपरेशन किए गए। रविवार को 11 नए मरीज भर्ती किए गए।

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अभी तक ब्लैक फंगस के 218 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। वहीं, एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतका अर्जुनगंज निवासी 65 वर्षीय महिला थीं। वहीं, पीजीआई में दो नए मरीज भर्ती किए गए हैं।
तबीयत में सुधार के बाद एक मरीज को छुट्टी दे दी गई। वहीं एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। अब तक यहां कुल 44 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। इसी तरह लोहिया संस्थान में अब तक कुल 28 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में इलाज के दौरान एक मरीज ने दम तोड़ दिया और एक ही मरीज भर्ती किया गया।
प्रदेश में अलग-अलग समूह के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान चलाए जाएंगे। 1 जून से प्रदेश के सभी जिलों में टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है। इसके बाद 15 जून से विशेष अभियान चलेगा, जिसमें दूध विक्रेता, सब्जी विक्रेता, ऑटो, टैम्पो और ई-रिक्शा चालक, ठेला, खोमचा, रेहड़ी, पटरी व्यवसायी आदि संबंधित वर्ग को शामिल किया जाएगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।