
क्या है स्त्री स्वाभिमान योजना ?
Stree Swabhiman Yojana : हमारे देश में महिलाओं को अभी भी साफ सफाई के बारे में जागरूक करने की बहुत आवश्यकता है। खास तौर पर इसलिए क्योंकि वह हर महीने एक प्राकृतिक प्रक्रिया से गुजरती है जिसे हम माहवारी के नाम से जानते हैं। माहवारी के बारे में औरतों को इतनी जानकारी नहीं होती है और इसी वजह से वह इस प्रक्रिया के समय भी अपनी स्वच्छता का अच्छी तरीके से ध्यान नहीं रख पाती है। वही हमारे देश में इस शब्द को टैबू माना गया है।
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यही वजह है कि इस विषय पर कोई खुलकर बात भी नहीं कर सकता। इसी सोच को बदलने के लिए और महिलाओं की स्वच्छता और उनके स्वास्थ्य को लेकर भारत की सरकार लगातार कई योजनाएं लेकर आती रही है। ऐसे ही एक योजना है स्त्री स्वाभिमान योजना ( Stree Swabhiman Yojana ) आज हम आपको इस योजना के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। इसी के साथ हम यह भी बताएंगे कि किस प्रकार इस योजना के साथ भ्रांतियां भी फैल रही है।
क्या है स्त्री स्वाभिमान योजना?
महिलाओं की स्वच्छता आज के जमाने में भी एक बहुत बड़ा विषय है। महिलाओं के बीच मासिक धर्म के समय स्वच्छता की बात हम आज के इस ज़माने में भी खुल कर नहीं कर पाते। ऐसा इसलिए क्योंकि इस विषय को हमेशा से ही भारत देश में दबा कर रखा गया है परंतु जितना इस विषय को दबाया गया है यह विषय उससे कई गुना ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस विषय पर बात करने के लिए आज भी महिलाएं संकोच करती हैं।
लड़कियों को महामारी के समय स्कूलों में किसी भी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम ,क्रीड़ा में भाग नहीं ले पाती और उन्हें ऐसे समय में काफी परेशानियाँ होती है और महिलाओ को भी महामारी के समय घर के सरे काम करने पड़ते है जिससे वह अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाती इसी के चलते उन्हें कई प्रकार की बीमारिया घेर लेती है ।
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यदि महिलाओं को माहवारी के समय ठीक से स्वच्छता के बारे में जानकारी नहीं प्रदान की जाती है तो फिर वह आगे चलकर कई बीमारियों से ग्रस्त हो सकती है। भारत देश में अभी भी कई ऐसे होते हैं जिनको माहवारी के बारे में नहीं पता होता है जब तक कि वह खुद से अनुभव नहीं करती है। इसी वजह से माहवारी के बारे में सभी स्त्रियों को जानकारी प्रदान करने के लिए भारत की सरकार ने एक नई योजना का शुभारंभ किया । सरकार के द्वारा शुरू की गई इस योजना का नाम स्त्री स्वाभिमान योजना ( Stree Swabhiman Yojana) है।
महिलाएं जानकारी के आभाव व सेनेटरी नेपकिन की सुविधा न होने की स्थिति में अनेको बीमारियों का शिकार हो जाती है। इसी वजह से इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन्हें माहवारी के बारे में जानकारी प्रदान करवाना है।इस योजना की मदद से अब ग्रामीण इलाको में भी महिलाएं और लड़कियां सेनेटरी नेपकिन के प्रयोग से बीमारियों से बच सकेंगी। इस योजना के अंतर्गत लोगों को किफायती दामों में सैनिटरी नैपकिंस भेजे जाएंगे और साथ ही साथ उनका प्रचार भी किया जाएगा ताकि लोगों को उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी मिल सके।
योजना के अंतर्गत विशेष रूप से ग्रामीण और भारत की आदिवासी महिलाओं के लिए किफायती मूल्य पर सैनिटरी नैपकिन का उत्पादन और प्रदान करने के लिए महिला स्वच्छता के क्षेत्र में भारत सरकार की सीएससी एसपीवी द्वारा पहल की गई है।स्त्री स्वाभिमान योजना महिलाओं और लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता को बढ़ावा देने और ग्राम स्तरीय उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को समर्थन देने के लिए प्रशिक्षण और सैनिटरी नैपकिन यूनिट स्थापित करने पर केंद्रित है ।
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क्या है योजना के मुख्य उद्देश्य और लाभ?
सरकार द्वारा शुरू की गई है योजना एक बहुत ही महत्वकांशी योजना है। ऐसा इसलिए क्योंकि है योजना लोगों की रूढ़िवादी सोच में बदलाव लाने की पहल रखती है। यही वजह है किस योजना के कई उद्देश्य हैं:
1.इस योजना के ज़रिये महिलाओ को सशक्तिकरण प्रदान करना ही योजना का उद्देश्य है। इस योजना की मदद से बहुत सारी औरतों को भारत देश में आजीविका अर्जित करने का मौका मिलेगा।योजना के ज़रिये महिलाओ की रोजगार भी प्रदान किया जायेगा ।
- सेनेटरी नेपकिन के ज़रिये महिलाओं और लड़कियों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करना । देशभर में महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन वितरित करना इस योजना के अंतर्गत आता है जिससे कि वह महावारी में गंदा कपड़ा इस्तेमाल ना करें।
- देश में महिलाओं को हो रही भिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाना भी इस योजना का उद्देश्य है। माहवारी की वजह से महिलाओं को कई बीमारियां होती है इसलिए जागरूकता से उन्हे इससे बचाया जा सकता है।
- महिलाओं को सस्ते दामों में सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध करवाना। भारत देश में अभी भी सेनेटरी नैपकिन को लग्जरी माना जाता है और इसी वजह से इनके दाम भी काफी ऊंचे होते हैं। यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर महिलाएं इन्हें नहीं खरीद पाती। लेकिन इस योजना के अंतर्गत सैनिटरी नैपकिन को सस्ते दामों पर बेचा जाएगा जिससे यह सभी के लिए किफायती दामों में उपलब्ध होंगी और हर किसीको इनका लाभ मिल सकेगा।
- ईको फ्रेंडली सैनिटरी नैपकिंस से पर्यावरण की रक्षा। सरकार ने लोगों को यह सेनेटरी नैपकिन ना केवल किफायती दामों में दी है बल्कि सरकार के द्वारा यह पर्यावरण अनुकूल भी बनाई गई है। इसी वजह से यह पर्यावरण के लिए हानिकारक भी नहीं होंगी।
क्या हैं योजना की विशेषताएं?
इस योजना के कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित है:
1.इस योजना के माध्यम से ग्रामीण छात्राओं को मासिक धर्म से संबंधित जागरूकता प्रदान की जाएगी। इससे छात्राओं में सैनिटरी नैपकिन का उपयोग बढ़ाया जा सकेगा और जागरूकता से अपने स्वास्थ्य का ख्याल भी रख पाएंगी।
- स्त्री स्वाभिमान योजना ( Stree Swabhiman Yojana) के अंतर्गत सैनिटरी नैपकिन लोकल ब्रांड नेम से बेचा जाएगा। इसकी मदद से लोगों को इससे जुड़ने में ज्यादा मदद मिलेगी।
- इसका विपणन और विज्ञान भी वीएलई (VLE) यानी कि विलेज लेवल एंटरप्रेनर्स ( Village Level Entrepreneurs) द्वारा किया जाएगा।
4.यह योजना लगभग 35000 महिलाओं को आजीविका प्रदान करने में मदद करेगी। सैनिटरी नैपकिन के उत्पादन में ही कई महिलाओं को रोजगार प्रदान किया जाएगा।
योजना के अंतर्गत प्रतिदिन 750 से 1000 सेनेटरी नैपकिन का उत्पादन किया जाएगा।
यह सैनिटरी नैपकिन सीएससी केंद्र के माध्यम से वितरित किए जाएंगे ।
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योजना के लिए फैलाए गए भ्रम
इस योजना के प्रचार के साथ-साथ कई लोगों ने भ्रम भी फैला दिए। स्त्री स्वाभिमान योजना के अंतर्गत महिलाओं को स्वास्थ्य जीवन प्रदान करने के लिए आरंभ की गई है। लेकिन अब स्त्री स्वाभिमान योजना के अंतर्गत यह वायरल हो रहा है कि सरकार द्वारा ₹124000 लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में वितरित किए जा रहे हैं। आपको बता दें कि यह एकदम गलत सूचना है क्योंकि सरकार द्वारा ऐसी कोई भी सूचना नहीं जारी की गई है। इस बात की पुष्टि खुद ही पीआईबी द्वारा ट्वीट करके दी गई है।