कोई भी अस्पताल नर्स के बिना चल नहीं सकता है. नर्स का काम बहुत ही जिम्मेदारी वाला होता है. उन्हें अस्पताल के हर एक मरीज की देखभाल करनी होती है. दोस्तों डॉक्टर तो बस इलाज करते हैं. पर नर्स उन मरीजों की देखभाल करती हैं उन्हें सही समय पर दवाई देती हैं ताकि वे जल्दी से ठीक हो सके.
दोस्तों नर्स डॉक्टर की मदद मरीज़ों का इलाज करने में करती है. नर्स अस्पताल में उपयोग हो रहे हैं स्वास्थ्य उपकरणों का देखभाल भी करती है. नर्स का मुख्य कार्य होता है कि वह मरीजों की देखभाल करती है. नर्स को यह सुनिश्चित करना होता है की अस्पताल में मरीजों को कोई परेशानी तो नहीं हो रही है.
नर्स नियमित रूप से मरीजों की health checkup करती है ताकि उन्हें मालूम हो सके कि मरीज के स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है क्या नहीं? अगर मरीज के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं आ रहा है और उसे किसी भी तरह की परेशानी होती है तो नर्स उनका देखभाल करती है तथा तुरंत ही डॉक्टर को बुलाती है और डॉक्टर को मरीज की हालत से अवगत कराती है.
दोस्तों नर्स बनने के लिए आपके पास कुछ योगयता होना चाहिए तभी जाकर आप एक अच्छे नर्स बन सकते है तो चलो जान लेते है की वो योगयता क्या होना चाहिए.
- नर्स बनने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं या 12वीं की परीक्षा पास करनी होती हैं।
- नर्सिंग कोर्स को करना होता है नर्सिंग कोर्स करने के लिए आपको सबसे पहले प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है तभी जाकर आपका नर्सिंग कोर्स में दाखिला मिलता है।
किसी भी प्रोफेशन में जाने के लिए सबसे पहले उस प्रोफेशन के बारे में पढ़ाई करनी होती है उस प्रोफेशन से संबंधित किसी course करना होता है। उसी तरह नर्स बनने के लिए आपको सबसे पहले नर्सिंग कोर्स को करना होगा। हमारे देश में मुख्य तौर पर तीन नर्सिंग कोर्स है।
हमारे देश में बहुत सारे कॉलेजों है। जहां पर नर्सिंग कोर्स कराए जाते हैं। इनमें से बहुत सारे प्राइवेट तथा सरकारी कॉलेज हैं। आप इनमें से बहुत सारे कॉलेज में डायरेक्ट तथा प्रवेश परीक्षा द्वारा नर्सिंग कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।
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नर्सिंग कोर्स को पूरा करने के बाद आपको इंटर्नशिप करना होता है इंटरशिप में आपको ट्रेनिंग दी जाती है उस ट्रेनिंग के बाद ही आपको नर्स की डिग्री मिलती है। नर्सिंग के इस इंटर्नशिप में आपको Para Medical practices की ट्रेनिंग दी जाती है।
जानकारों के मुताबिक नर्सिंग में कई स्तर पर कोर्स उपलब्ध है। ऑग्जिलरी नर्स मिडवाइफरी (एएनएम) कोर्स में 12वीं के बाद प्रवेश लिया जा सकता है। जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) के लिए भी न्यूनतम योग्यता 12वीं पास रखी गई है।
कुछ विशेष है यह
इस क्षेत्र में बेहतर संभावनाओं के लिए कार्डियॉलजी, नेफ्रॉलजी, क्रिटिकल केयर, ऑन्कॉलजी आदि सुपर स्पेशलिटी में मास्टर डिग्री, एमफिल और पीएचडी भी की जा सकती है। नर्सिंग की बेसिक पढ़ाई के आधार पर स्टाफ नर्स की नौकरी मिल सकती है, लेकिन कुछ अनुभव और किसी क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन बेहतर मौका दिला सकता है।
कहां मिलेंगे मौके
नर्सिंग का कार्यक्षेत्र केवल मरीजों की देखभाल करने तक ही सीमित नहीं है। योग्य नर्सों के लिए एजुकेशन, ऐडमिन और रिसर्च से संबंधित काम के भी मौके मिलते हैं। जानकार इस बात को मानते हैं कि अमूमन नर्सिंग से जुड़े लोग बेरोजगार नहीं रहते। वे किसी भी निजी या सरकारी हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, अनथालय, वृद्धाश्रम, इंडस्ट्रीज, सेनेटोरियम और सैन्य बलों में भी जॉब प्राप्त कर लेते हैं। इनके अलावा अन्य सरकारी विभागों में इनकी जरूरत होती है।
नर्सिंग के क्षेत्र में डिग्री और डिप्लोमा, अंडर ग्रेजुएट एवं सर्टिफिकेट अनेक प्रकार के कोर्स होते हैं, छात्र अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार कोर्स का चयन करते है, नर्सिंग से सम्बंधित कोर्स इस प्रकार है –
1.बीएससी नर्सिंग
बीएससी नर्सिंग करनें के लिए अभ्यर्थी की शैक्षिणक योग्यता बारहवीं कक्षा भौतिकी रसायन व बायोलॉजी कम से कम 50% अंक से उत्तीर्ण होना चाहिए, इस कोर्स की सरकारी कॉलेज की फीस लगभग 30000 रु० और प्राइवेट कॉलेज की फीस लगभग एक लाख होती है ।
नौकरी की संभावनाएं
इस नर्सिंग कोर्स को करनें के पश्चात आपको अस्पतालों में स्टाफ नर्स के पद पर नियुक्त किया जाता है, दो या तीन वर्ष का अनुभव प्राप्त करनें के पश्चात आप वार्ड सिस्टर का पद प्राप्त हो जाता है, नर्सिंग करनें के बाद आप सरकारी और निजी अस्पतालों में नौकरी कर सकते हैं, इसके अतिरिक्त आप कम्युनिटी हेल्थ नर्सेस, स्पेशल क्लिनिक व केयर सेंटर, स्कूल हेल्थ नर्सेस, इंडस्ट्रीयल नर्स और आर्म्ड फोर्सेस, ड्रग कंपनी और काउंसलिंग सेंटर में भी नौकरी कर सकते हैं, साथ ही आप नर्सिंग कॉलेजों में टीचर भी बन सकते हैं । बीएससी नर्सिंग करनें के पश्चात अपनी रूचि के अनुसार, सेना में नर्स बनने हेतु आवेदन कर सकते हैं ।
2.जीएनएम
जीएनएम का फुल फॉर्म जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी होता है, इस कोर्स को छात्र और छात्राए दोनों कर सकते है, इस पाठ्यक्रम के लिए अभ्यर्थी को पीसीबी से बारहवीं उत्तीर्ण होना चाहिए तथा अंग्रेजी में कम से कम 40 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य होता है | इस पाठ्यक्रम की अवधि तीन वर्ष होती है, पाठ्यक्रम कम्पलीट होनें के बाद आपको रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्राप्त होता है | कोर्स करनें के बाद आप सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं, और प्राइवेट हॉस्पिटल या सरकारी संस्थान में संविदा पर नौकरी कर सकते है | इस कोर्स की सरकारी कॉलेज की फीस लगभग 30000 रु० और प्राइवेट कॉलेज की फीस लगभग एक लाख होती है ।
3.एएनएम
ए.एन.एम की फुल फॉर्म सहायक नर्स मिडवाइफ होता है, इस डिप्लोमा कोर्स में छात्र को इलाज के दौरान उपयोग होनें वाले उपकरणों के रखरखाब और उनको उपयोग करने की जानकारी दी जाती है, ए .एन.एम कोर्स को सिर्फ लड़किया ही आवेदन कर सकती है, इस पाठ्यक्रम की अवधि दो वर्ष होती है |
इस पाठ्यक्रम के लिए अभ्यर्थी को दसवीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है,तथा अभ्यर्थी की आयु 17 से 35 वर्ष की मध्य होना चाहिये | इसमें आवेदक को संबंधित संस्थानों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्राप्त होता है | इस प्रशिक्षण को पूरा करने के बाद एक निजी या राज्य चलाये जानें वाले स्वास्थ्य देखभाल केंद्र या अस्पताल में स्वास्थ्य देखभाल के सहायक के रूप में सम्मिलित हो सकते हैं, इस पाठ्यक्रम की सरकारी कालेज में फीस लगभग 3-4 हजार और निजी कालेज में लगभग 10 हजार रुपये होती है ।