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जल शक्ति अभियान

“जल” यानी की जीवन के लिए सबसे आवश्यक चीजों में से एक। इस बात से हर कोई अच्छे से अवगत है कि सभी के लिए जल यानी कि पानी क्या मायने रखता है। शरीर को जिस प्रकार से सांस लेने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है उसी तरीके से एक और बहुत ही आवश्यक तत्व है जिसे हम जल या फिर पानी कहते हैं। पानी सभी के लिए बहुत ही आवश्यक होता है और यही वजह है कि इसे संरक्षित रखना भी हमारे लिए बहुत ही आवश्यक है।

पुराने जमाने में आज के जमाने की तरह जल के कई स्रोत नहीं हुआ करते थे। पूर्व काल में जल प्राप्ति के लिए लोग प्राकृतिक स्रोतों का उपयोग करते थे। वहीं अब इस आधुनिकता के दौर में लोग कई अलग तरीके ढूंढ के लिए आए हैं जिससे उन्हें जल प्राप्ति हो जाती है। लेकिन अभी भी कई ऐसी जगह हैं जहां पर लोगों को ठीक तरीके से पानी भी नसीब नहीं है।

 पानी हमारी प्रथम आवश्यकताओं में से एक है लेकिन फिर भी अभी भी कई ऐसी जगहें हैं जहां पर लोगों की यह है आवश्यकता भी पूरी नहीं हो पा रही है। इसी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों की समस्या को दूर करने के लिए एक नए अभियान की शुरुआत की है जिसका नाम जल शक्ति अभियान  (Jal Shakti Abhiyan) है।
आज हम आपको इसलिए हमें इसी अभियान के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

क्या है जल शक्ति अभियान?

पानी को लोग अपनी प्रथम आवश्यकता मानते हैं यानी कि वह इसे अपनी बेसिक नीड मानते हैं। यह बात तो साफ है कि इस दौर में तो पानी के बिना जीवन बसर करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। लेकिन अभी भी कई ऐसे गांव और यहां तक कि छोटे शहर भी हैं यहां पर पानी की ठीक से सुविधा उपलब्ध भी नहीं है।

जहां एक ओर इंसान को ठीक तरीके से पानी मिल पा रहा है वहीं दूसरी ओर वही इंसान पानी को बर्बाद करने पर तुला हुआ है। लोग पानी की बर्बादी करते हैं क्योंकि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं है कि यही जल हमारे लिए कितना आवश्यक है। भारत देश में जो लोग जल्द से वंचित रह जाते हैं उन्हें इस बात का मूल पता है।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल की समस्या बहुत पुरानी हैं, भारत में आज भी करोड़ों लोग  पानी की कमी से जूझ रहे हैं। पानी की कमी से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में जनता को सरकार द्वारा भेजे गए पानी के टैंक पर ही निर्भर रहना पड़ता हैं और कहीं कहीं पर तो यह टैंक भी नहीं पहुंच पाते हैं। यही पूछा है कि लोगों के बीच इस परेशानी को दूर करने के लिए भारत की सरकार ने जल शक्ति अभियान की शुरुआत की।

जल शक्ति अभियान  (Jal Shakti Abhiyan) को केंद्र सरकार द्वारा नव-गठित जल शक्ति मंत्रालय के तहत शुरू किया गया है। 1 जुलाई 2019 को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जल संरक्षण के लिए जल शक्ति अभियान शुरू करने की आधिकारिक घोषणा की थी और इसके बारे में जानकारी दी थी। जल शक्ति अभियान के तहत केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन करने के लिए बड़े प्रयास करेगी।

क्या है अभियान की आवश्यकता?

भारत देश में फैल रहे जल संकट के बारे में हर कोई अच्छे से जानता ही है। जहां भारत जैसे देश में पानी की समस्या होना ही एक शर्मसार कर देने देने वाली बात है। ऐसा इसलिए क्योंकि दुनिया में सबसे ज्यादा बारिश पानी भी भारत देश में ही गिरता है। लेकिन फिर भी अगर भारत देश में पानी की कमी हो रही है तो यह बात बेहद ही चिंताजनक है।

केंद्र सरकार ने एक ऐसी रिपोर्ट पेश की हैं जो कि पानी के सम्बंध में देश की विकट स्थिति के बारे में बताती है। इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में  21 शहरों के लिए 2020 तक भूजल बिलकुल नहीं बचेगा। पेश की गई रिपोर्ट में 255 जिलों को हाई रिस्क जोन में रखा गया,जहां पहले से पानी के सप्लाई की  कमी हैं।

देश में कई राज्य सरकारें प्राकृतिक जलाशयों जैसे झील, तालाब, कुंए और नदियों का संरक्षण नहीं कर पा रही हैं। देश के पर्यावर्णविदों ने कई बार इन जलाशयों में कम होते जल स्तर के बारे में राज्य सरकारों को चेताया हैं लेकिन फिर भी इनपर काम नही हो रहा है।अभी भी लगभग 70 प्रतिशत आबादी दैनिक उपयोग में प्रदूषित पानी का उपयोग कर रही है। वहीं आंकड़ों के अनुसार 84% ग्रामीण घरों में पाइप से जलापूर्ति की सुविधा नहीं है। ये बात साफ करती है की देश में कितनी पानी की समस्या है । यही नहीं पिछले 10 वर्षों में 61% भूजल में गिरावट आई है।

रिपोर्ट के अनुसार करीबन 100 मिलियन लोग के पास शुद्ध पेय जल नही होगा,यानी की पांच वर्षों के बाद सरकार पूरे देश को कहां से जल सप्लाई करेगी,ये एक सोचने वाला हैं। यह सब लोगों के द्वारा धड़ल्ले से पानी का उपयोग करने की वजह से हुआ है। यही वजह है कि अभियान (Jal Shakti Abhiyan)  की इतनी ज्यादा आवश्यकता है।

जल शक्ति अभियान की विशेषताएं

केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए इस जल शक्ति अभियान  (Jal Shakti Abhiyan) की मुख्य विशेषताएं कुछ इस प्रकार है:

1.जल के अभाव को कम करना –

भारत देश भले ही तीन तरफ से पानी से घिरा हुआ है और इसमें कई नदियां भी है लेकिन फिर भी अभी विदेश में कई ऐसे गांव और शहर है जहां पर जल की कमी है।  इस योजना को कई भागों में विभाजित किया गया हैं जिससे कि पानी खराब यानी की बर्बाद होने से रोका जा सके और जल संरक्षण पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दिया जा सके।

2.पानी का संरक्षण–

 केंद्र सरकार भारत में जल संरक्षण के लिए नये मार्ग निकालेगी और बरसात के पानी को पुरे देश में संरक्षित करने पर जोर दिया जाएगा। जलाशयों को भी इस शुरूआती लिस्ट में शामिल किया गया हैं, साथ ही पौधारोपण से और वाटर शेड सिस्टम से भी जल स्तर में वृद्धि करने के उपाय ढूंढे गए हैं।

3.संकटग्रस्त क्षेत्रों में मदद पहुंचना –

सभी ने भारत देश में कई ऐसे गांव हैं जहां पर पानी की किल्लत रहती है। लेकिन कई ऐसी जगहें भी है जहां पर जलाशा तो है लेकिन लोग उसका उपयोग नहीं कर पाते हैं इस वजह से यदि इन जलाशयों का सही तरीके से संरक्षण किया जाए तो जल की कमी को काफी हद तक कम किया जा सकता हैं। इसकी मदद से जहां पर पानी का संकट है वहां पर भी इसकी आपूर्ति हो जाएगी।

4.खराब पानी के पुनरुपयोग के बारे में जागरूकता–

 असंक्रमित पानी का पुन:उपयोग इस  योजना की मुख्य विशेषता हैं। यह शहरी क्षेत्रों को ध्यान में रखकर तय किया गया हैं जहां पर पानी की ज्यादातर बर्बादी होती है। इसके लिए जल के पुनर्चक्रण(रिसायकलिंग) प्लांट पर काम किया जाएगा। इस तरह से उपचारित यानी की रिसाइकल्ड पानी हानिकारक भी नहीं होगा और यह घरों तक सीधे पाइपलाइन द्वारा पहुंचाया जाएगा।

  1. किसानों को मिलेगी शिक्षा –

इस योजना के अंतर्गत किसानों को जल संरक्षण के लिए शिक्षित भी किया जाएगा । खेतों में सिंचाई करने की वजह से कई किसान बहुत ज्यादा पानी का उपयोग कर लेते हैं भले ही खेती के लिए उसने पानी की आवश्यकता हो या ना हो।उन्हें बिना जल बर्बाद किये होने वाली आधुनिक सिंचाई तकनीक से भी अवगत करवाया जाएगा। इसके अलावा उन्हें जल का संरक्षण करना और उसका सिंचाई में अधिकाधिक उपयोग करने की तकनीक भी सिखाई जायेगी।

6.उद्योगों की राशनिंग–

भारत में बड़े उद्योगों की स्थापना से जल का बहुत उपयोग होता है। जिसके कारण उप-सतही जल यानी की ग्राउंड लेवल के पानी को सिंचित करना मुश्किल हो जाता हैं। केंद्र सरकार भविष्य में उद्योगों के पानी उपभोग से राशन ले सकती है।

7.तीन  विभाग करेंगे मदद–

यह अभियान एक बहुत ही महत्वकांशी अभियान है जिसकी वजह से इसके लिए तीन विभागों से मदद आएगी। केंद्र सरकार के तीन विभाग जल शक्ति अभियान में सहयोग करेंगे– जल संसाधन विभाग,  पर्यावरण विभाग से भी सहयोग प्राप्त करेगा और उन्हें कृषि मंत्रालय से भी सहायता मिलेगी।

अभियान की चुनौतियां

पानी सभी के लिए बहुत ही आवश्यक है और यही वजह है कि भारत देश में हमारे भविष्य के लिए भी यह बहुत ही ज्यादा जरूरी है। अब पूरे देश का भविष्य इस योजना के सफल क्रियान्वयन पर निर्भर करता हैं।  केंद्र सरकार ने इस योजना को सफल बनाने के लिए भले ही मेहनत की हो लेकिन अब भी बहुतों को लगता हैं कि इस योजना के लिए काफी देरी हो चुकी हैं। इसके अतिरिक्त मुख्य समस्या बड़े उद्योगपतियों से कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाना हैं।
फिलहाल तो इस अभियान का ज्यादा बोलबाला नहीं नजर आ रहा है। लिखने का सरकार इस अभियान को क्रियान्वित करने में सफल हो जाती है तो फिर यह सच में बहुत ही बड़ी सफलता होगी।

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