यूपी : लखनऊ के मेदांता और सहारा समेत इन पांच अस्पतालों को कोरोना इलाज के लिए किया गया आरक्षित
उत्तर प्रदेश में बीते चौबीस घंटों में कोरोना के 29,754 नए केस सामने आए हैं, जबकि कोरोना के चलते अस्पतालों में 163 मरीजों की मौत हुई है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा केस लखनऊ में आए, जहां पांच हजार चौदह नए मरीज मिले.
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दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा में 640 नए केस मिले. वहीं गाजियाबाद में 633 नए संक्रमितों का पता चला. जिला प्रशासन ने राजधानी में कोरोना के गंभीर रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पांच बड़े अस्पतालों को आरक्षित किया है। इनमें शहीद पथ स्थित मेदांता हॉस्पिटल, एलडीए कॉलोनी स्थित अपोलो मेडिक्स इंटरनेशनल लाइफ साइंसेज लिमिटेड के अलावा गोमती नगर स्थित सहारा हॉस्पिटल है। इसके अलावा केजीएमयू के शताब्दी हॉस्पिटल फेस वन व दो और एसजीपीजीआई के यकृत प्रत्यारोपण भवन को भी कोविड उपचार के लिए आरक्षित किया गया है।
अब यूपी में दो दिन का वीकेंड लॉकडाउन यूपी में कोरोना संकट से निपटने के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. अब प्रदेश में दो दिनों के लिए वीकेंड लॉकडाउन लगाया जाएगा. इसके साथ ही प्रदेश के जिन-जिन जिलों में कोरोना के 500 से ज्यादा केस हैं, उन जिलों में रात 8 से सुबह 7 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को बड़ी राहत देते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी थी, जिसमें प्रदेश के पांच शहरों में लॉकडाउन लगाने की बात कही गई थी.
प्रभारी जिलाधिकारी डॉ. रोशन जैकब के अनुसार राजधानी में इस समय आईसीयू वाले बेडों की अधिक जरूरत है। इसी क्रम में लेवल 2 व लेवल 3 स्तर के बड़े अस्पतालों को आरक्षित किया जा रहा है। इन अस्पतालों की सुविधाएं मिलने से गंभीर रोगियों के इलाज में आ रही दिक्कत को दूर किया जा सकेगा।