
बिहार : शेर पिंजरे में क्यों था यह भी तो बताएं, लालू यादव की जमानत पर JDU का वार
बिहार की राजनीति एक बार फिर से चर्चा में आ गई है क्योंकि राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला के दुमका कोषागार मामले में जमानत मिल गई है, जमानत मिलते ही बिहार की राजनीति गर्म होने लगी सरकार में शामिल भारतीय जनता पार्टी के नेता और जेडीयू जैसे दलों का कहना है कि लालू यादव की जमानत से बिहार की राजनीति में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, वहीं दूसरी तरफ आरजेडी के समर्थक और कार्यकर्ताओं का मानना है कि जेल से लालू यादव के आने के बाद बिहार की राजनीति में उछाल देखने को मिलेगा।

अब इस मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है सीएम नीतीश कुमार से इस मामले ने जब पूछा गया तो उन्होंने इस पर टिप्पणी से इनकार कर दिया उन्होंने कहा कि मुझे क्या बोलना है यह तो लालू प्रसाद और न्यायालय के बीच का मामला है।
पता नहीं RJD के लोग किस बात से खुश हैं?
इस पूरे मामले पर जेडीयू विधान पार्षद व पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि पता नहीं आरजेडी के लोग किस बात से इतना खुश है चारा घोटाले से न्यायालय ने उन्हें बरी नहीं किया है उन्हें जमानत मिली है जब अगले केस की सुनवाई होगी तो फिर से लालू प्रसाद को जेल जाना होगा संजय ने कहा कि लालू प्रसाद को शेर कहने वालों को यह बताना चाहिए कि शेर आखिर पिंजरे में क्यों था ?
लालू को दोषी मान चुका है न्यायालय
उन्होंने कहा कि लालू ने चारा घाेटाला किया है और कोर्ट भी उन्हें इस चीज के लिए दोषी मान चुकी है। वह कोई आजादी की लड़ाई के लिए जेल नहीं गए थे। उन्हें उनके अपराध की सजा मिल रही है।