Lucknow: The Hope Foundation ने मनाया ‘स्वतंत्रता’ का जश्न, विशेष बच्चों दिखा जबरदस्त उत्साह
लखनऊ: इंतजार की घड़ियां ख़त्म होने को है और बस कुछ ही घंटों के बाद हर भारतवासी 78वां स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएगा. देश ही नहीं अपितु उत्तर प्रदेश में भी स्वतंत्रता दिवस का अलग ही खूबसूरत नजारा देखने को मिल रहा है. पूरा प्रदेश जश्न में डूबा हुआ है. स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में यूपी विधानसभा, चारबाग रेलवे स्टेशन, लोकभवन समेत कई सरकारी और गई सरकारी इमारतें तिरंगे की रोशनी से जगमगा रही हैं. इसी कड़ी में लखनऊ स्थित ‘द होप फाउंडेशन’ के तहत संचालित ‘द होप रिहैबिलिटेशन और लर्निंग सेंटर’ ने अपने तकरोही (इंदिरा नगर) और जानकीपुरम शाखाओं, द होप ग्लोबल प्ले स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के जश्न को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें देशभक्ति गीत, नृत्य, शारीरिक गतिविधियां और खेल शामिल थे।
इस कार्यक्रम में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों में देशभक्ति की भावना जागृत करना, सहयोग और टीमवर्क को बढ़ावा देना था। इस आयोजन में बच्चों के माता-पिता भी शामिल हुए और उन्होंने अपने बच्चों के उत्साह को देखा। संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर दिव्यांशु कुमार ने बताया कि इस तरह के आयोजन विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के माता-पिता को यह उम्मीद देते हैं कि उनके बच्चे भी इन महत्वपूर्ण आयोजनों में भाग ले सकते हैं और वे समाज के अभिन्न अंग हैं।
ये लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर कई प्रमुख लोग उपस्थित थे, जिनमें थेरेपिस्ट वेद प्रकाश गुप्ता, सुष्मिता अहिरवाल, रीचा कुमारी, कृष्ण कुमार, सानिया अली, हुमा वारसी, सद्दाम हुसैन वारसी, देवानंद गौतम, डॉ. प्रीति कुरील (डायरेक्टर), पिंकी कुरील, शशि कला, पवन यादव (प्रिंसिपल), प्रीता सिंह, अरुणिमा सिंह और रविंद्र मिश्रा शामिल थे। इन सभी ने बच्चों के साथ मिलकर इस विशेष अवसर को यादगार बनाया।
मूल्यों को बढ़ावा देना ही है सेंटर की प्राथमिकता
डॉ. प्रीति कुरील (डायरेक्टर) ने बताया कि यह आयोजन द होप फाउंडेशन की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए समग्र शिक्षा और पुनर्वास सेवाएँ प्रदान करने के प्रति समर्पित है। फाउंडेशन का उद्देश्य इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से राष्ट्रवाद, समावेशन और सामुदायिक सहयोग के मूल्यों को बढ़ावा देना है।
क्षमताओं और समावेश की शक्ति का प्रमाण है बच्चों का उत्साह
वहीं, दिव्यांशु कुमार (मैनेजिंग डायरेक्टर) ने बताया कि आज के स्वतंत्रता दिवस समारोह में हमारे बच्चों की भागीदारी उनकी क्षमताओं और समावेश की शक्ति का प्रमाण है। हमें विश्वास है कि हर बच्चे को, चाहे वे किसी भी चुनौती का सामना कर रहे हों, अपने देश पर गर्व महसूस करने और हमारे राष्ट्रीय समारोहों का हिस्सा बनने का अधिकार है।