घोसी में बोले सीएम योगी- दंगाबाज़ रच रहे षड्यंत्र, आरजकता फैलाने का कर रहे प्रयास
लखनऊ: घोसी उपचुनाव के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ़ती जा रही हैं। घोसी उपचुनाव के मद्देनज़र आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऋषि मुनियों की साधना की धरा, महान स्वतंत्रता सेनानी स्वामी सहजा नंद की भूमि, विकास की पहल करने वाले कल्पनाथ राय की इस धरा को नमन है। उन्होंने कहा, पूरी दुनिया आज सिर्फ एक नेता को देखती है, दुनिया के संकट के समय दुनिया भारत के प्रधानमंत्री मोदी की ओर विश्वास से देखती है, भारत आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विश्व के सबसे शक्तिशाली जी20 देशों का नेतृत्व कर रहा है।
उन्होंने कहा, जहां एक ओर प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास की बात करते हैं। बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ देते हैं। वही, दूसरी तरफ देश के साथ दगाबाज़ी करने वाले दंगाबाज़ लोग मोदीजी को रोकने के लिए लगातार षड्यंत्र करते हैं, देश में आरजकता फैलाने का लगातार प्रयास करते है।
घोसी का उपचुनाव महत्वपूर्ण है: सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि घोसी का उपचुनाव महत्वपूर्ण है, इस चुनाव का महत्व वही समझ पायेग जिसने 2005 में मऊ के दंगो को नजदीक से महसूस किया होगा। याद कीजिए 2005 में उस वक़्त प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सत्ता में थी, दंगाबाज़ माफिया असलहा लेकर लहराकर कहीं यादवों की हत्या कर रहे थे तो कहीं दलितों की हत्या कर रहे थे। तब न सपा सरकार उन माफियाओं का कुछ कर पायी थी, ना ही कांग्रेस के मुह से कोई बोली निकल रही थी, तब मैं गोरखपुर में सांसद था, मै ही इन दंगाबाज़ो से लड़ने के लिए गोरखपुर से चला था। प्रधानमंत्री के निर्देशन में जब भाजपा नेतृत्व की सरकार बनी तो आप देखते होंगे जो माफिया असलहा लहराते थे आज वो व्हील चेयर जान की भीख मांगते हैं। आज कोई किसी गरीब किसी व्यापारी की जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता क्योंकि उन्हें पता है कि अगर किया तो बुल्डोजर भी तैयार बैठा है।
हमने सबका साथ और सबका विकास की बात की
सीएम योगी ने कहा कि ये लोग PDA की बात करते हैं, हमने तो सबका साथ, सबका विकास की बात की। मोदीजी के नेतृत्व मे पिछले नौ वर्षो में बिना भेदभाव कर हर योजना का लाभ दिया, हम उत्तर प्रदेश की बात करें तो अकेले प्रदेश मे ही 55 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध करवाया, इनमें पिछड़े भी हैं, दलित भी हैं और अल्पसंख्यक भी है। इन 55 लाख लोगों को 55 साल में ये आवास, शौचालय, बिजली क्यो नहीं मिल पाई।