योग आयोजन की प्रत्येक गतिविधि में विद्यार्थियों को बड़ी संख्या में जोड़ें: राज्यपाल
-राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की विश्वविद्यालयों में योग दिवस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की
लखनऊ: राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने राजभवन से प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में आगामी 21 जून को योग दिवस पर आयोजन की तैयारियों की ऑनलाइन समीक्षा की। उन्होंने प्रत्येक विश्वविद्यालय से आयोजन की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी विश्वविद्यालय विश्व कीर्तिमान बनाने की सशक्त दावेदारी सुनिश्चित करने के स्तर की तैयारी करें। योग दिवस के मद्देनज़र प्रदेश के अनेक विश्वविद्यालय योग पखवाड़ा प्रारम्भ कर चुके हैं, जबकि शेष अन्य विश्वविद्यालय कल 14 जून, 2023 से 21 जून, 2023 तक योग सप्ताह के आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। इस वर्ष ‘हर घर आंगन योग‘ की थीम पर आयोजित योग दिवस के लिए विश्वविद्यालयों में पोस्टर प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबन्ध लेखन, रंगोली प्रतियोगिता, योग प्रशिक्षण, योग के प्रति जागरूकता जैसे विविध कार्यक्रम आरम्भ हो चुके हैं।
बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को जोड़ने के निर्देश
राज्यपाल ने आयोजन पर चर्चा के दौरान कहा कि जिन विश्वविद्यालयों में विशेष क्षमताएं और अधिक संसाधन हैं, वे थीम आधारित योग को आयोजन का हिस्सा बनाएं। इस विषय में विस्तार से चर्चा करते हुए राज्यपाल ने जलयोग, जल में योग, मलखम्भ, नृत्य के साथ योग, संगीत के साथ योग जैसे विविध योग प्रकारों को थीम आधारित बनाकर अपने आयोजन में शामिल करने को कहा। उन्होंने आयोजन की प्रत्येक गतिविधि में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को जोड़ने का निर्देश दिया। उन्होंने विद्यार्थियों की कांउसिल बनाकर योग आयोजन की तैयारियों से जोड़ने और प्रतिभागिता कराने को कहा। उन्होंने गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से योग आयोजन कराने का निर्देश दिया।
गर्भवती महिलाओं के लिए भी हो आयोजन
राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय अपने गोद लिए गांवों में, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर तथा वहां की गर्भवती महिलाओं के लिए भी योग के आयोजन प्रशिक्षित योग शिक्षकों के निर्देशन में करे। इसी क्रम में उन्होंने मरीजों के लिए हितकारी योग के आयोजन कराने को कहा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विश्वविद्यालय विभिन्न रोगों में लाभप्रद अलग-अलग प्रकार के योग का आयोजन कराये। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शहीद स्माराकों, ऐतिहासिक धरोहरों, संगम स्थल, गंगा घाटों जैसे स्थलों पर विश्वविद्यालयों से योग दिवस का आयोजन कराने को कहा। उन्होंने कहा कि आयोजन में स्थानीय जनप्रतिनिधि भी आमंत्रित किए जाएं तथा प्रत्येक आयोजन में विद्यार्थियों को जनप्रतिनिधि के साथ योग करने का अवसर प्रदान किया जाए। उन्होंने नाव चलाने वाले मल्लाहों को भी योग से जोड़ने और आयोजन में शामिल करने के निर्देश दिए।