
67वें परिनिर्वाण दिवस आज, मायावती ने डॉ. भीमराव अंबेडकर अर्पित की श्रद्धांजलि
लखनऊ : बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती( mayawati) ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर(Babasaheb Dr. Bhimrao Ambedkar) के 67वें परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मायावती ने बसपा मुख्यालय पर बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इसके बाद मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
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मायावती ने कहा कि, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने हर मामले में बेहतरीन संविधान देकर भारत का नाम देश-दुनिया में जो रोशन किया, वह अनमोल है। देश उनका सदा आभारी रहेगा।
परिनिर्वाण दिवस क्यों मनाया जाता?
परिनिर्वाण का अर्थ है ‘मृत्यु पश्चात निर्वाण’ यानी मौत के बाद निर्वाण। परिनिर्वाण बौद्ध धर्म के कई प्रमुख सिद्धांतों और लक्ष्यों में एक है। इसके अनुसार, जो व्यक्ति निर्वाण करता है। वह सांसारिक मोह माया, इच्छा और जीवन की पीड़ा से मुक्त रहता है।
साथ ही वह जीवन चक्र से भी मुक्त रहता है। लेकिन निर्वाण को हासिल करना आसान नहीं होता है। इसके लिए सदाचारी और धर्म सम्मत जीवन व्यतीत करना पड़ता है। बौद्ध धर्म में 80 वर्ष में भगवान बुद्ध के निधन को महापरिनिर्वान कहा जाता है।