6 माह के बच्चों को गलती से भी न खिलाएं ये चीजें, नहीं तो हो सकता है कुछ ऐसे
बच्चों को कब ठोस पदार्थ देना है कब पेय पदार्थ देना है। इतना ही नहीं कुछ लोग तो इस बात को लेकर भी कंफ्यूज रहते है क्या खिलाना है । जब बच्चा छः माह का हो जाता है तब कुछ संकेत नजर आता है। जिसने यह मालूम पड़ता है कि बच्चे सिर्फ दूध ही नहीं ये भी देना जरूरी होता है।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
जानिए कैसे जाने बच्चा ठोस आहार के लिए है तैयार?
– जब बच्चा सिर स्थिर रखने लग जाए।
– जब बच्चा बैठने लगे।
– बच्चा जब भोजन उठाकर मुंह में डालने लगे।
आखिर बच्चे क्या खिलाएं ?
ठोस आहार देने के लिए शुद्ध या अच्छी तरह से मैश किए हुए खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
इन चीजों को ज़रूर करें शामिल
पकी और ठंडी सब्जियां, जैसे गाजर, चुकंदर और आलू.
फल, जैसे आड़ू या तरबूज, सेब और नाशपाती.
बेबी राइस या बेबी सिरिल भी बच्चे के सामान्य दूध के साथ मिला कर दे सकते हैं.
बच्चों को ये चीजें बिल्कुल न दें
शहद– शहद बच्चों को बिल्कुल भी न दें। क्यों शहद में अक्सर बैक्टीरिया हो जाते है। जो 12 महीने से कम उम्र के बच्चों को बहुत बीमार कर सकता है।
साबुत मेवे- ये पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए खतरनाक हैं क्योंकि उनमें दम घुटने का खतरा है. मेवे का पेस्ट और नट बटर आपके बच्चे के लिए सुरक्षित हैं. यदि आपके परिवार में एलर्जी की दिक्कत रही है , तो अपने बच्चे को मूंगफली से बने उत्पाद देने से पहले अपने चिकित्सक से बात करें.
समुद्री मछली – शार्क, स्वोर्डफ़िश और मार्लिन इन सभी मछलियों में पारा का उच्च स्तर हो सकता है, जो बच्चे के लिए सुरक्षित नहीं है.
नमक या चीनी- बच्चे को बहुत अधिक नमक के सेवन से उसके गुर्दे के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर रेडीमेड आहार दे रही हैं तो पैकेट का लेबल को ध्यान से देखें। चीनी आपके बच्चे के दांतों के लिए खराब है, इसलिए उनके भोजन में चीनी न मिलाएं. उन्हें केक, बिस्कुट और रेडीमेड जूस से मिलें।