
शुगर के मरीज़ों के लिए संजीवनी है गुड़मार
मधुमेह से ग्रसित मरीज़ों के लिए संजीवनी हैं गुड़मार मार की पत्तियाँ। आजकल के दौर में तनाव इतना ज्यादा है कि बीमारियाँ चरम पर हैं। ऐसे में ब्लड प्रेशर और उसके बाद शुगर का होना काफ़ी आम हो चुका है।
आयुर्वेद में ऐसे कई पौधे हैं जो बीमारियों के उपचार के लिए काफी कारगर माने जाते हैं। गुड़मार भी उन पौधों में से एक है जो मधुमेह के लिए रामबाण साबित हुआ है।
इस पौधे का नाम मिठास खत्म करने की वजह से रखा गया है। इसे (Gymnema Sylvestre) भी कहते हैं,यह पौधा भारत के कई राज्यों में पाया जाता है जिनमे उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं
कैसे करें सेवन :-
विशेषज्ञों की मानें तो गुड़मार की पत्तियों का सेवन करने से एक घंटे तक मिठास का स्वाद खत्म हो जाता है। इसके लिए रोजाना खाली पेट गुड़मार की पत्तियों को चबाकर खाएं। इसके बाद एक गिलास पानी पिएं। इससे न केवल शुगर लेवल कम होता है, बल्कि दिनभर शुगर लेवल नहीं बढ़ता है।
या फिर पत्तियों को सुखा कर उनका पाउडर बना लें और रोज़ एक चम्मच पानी मे मिला कर पिए, जिससे शुगर लेवल नियंत्रित रहेगा।
लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें कि इस जानकारी को एक परामर्श की तौर पर न लें, शुरू करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।
गुड़मार की पत्तियों में एन्टी डायबिटीक गुण पाए जाते हैं ऐसा कई शोध में पाया गया है।