कोरोना वायरस: वायरस से लड़नी होगी जंग, अर्थव्यवस्था का रखना होगा ख्याल: प्रधानमंत्री मोदी
द इंडिया राइज
देश में जारी कोरोना संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा, हमें अर्थव्यवस्था को अहमियत देनी होगी। साथ-साथ कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को जारी रखना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों ने कहा, ‘लॉकडाउन के सकारात्मक नतीजे आए हैं। देश पिछले डेढ़ महीने में हजारों जानें बचा पाया है। आने वाले महीनों में कोविड-19 असर दिखाता रहेगा। मास्क जिंदगी का हिस्सा होंगे।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिये गत 25 मार्च से तीन मई तक के लिये लागू देशव्यापी बंद (लॉकडाउन) को चरणबद्ध तरीके से हटाने के उपायों और कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति पर सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर चर्चा की।
देश में कोरोना संकट की शुरुआत के बाद 22 मार्च से अब तक प्रधानमंत्री मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चार बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर चुके हैं। बैठक में मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने राज्य में तीन मई के बाद भी लॉकडाउन को जारी रखने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि तीन मई के बाद मेघालय में संक्रमण से मुक्त इलाके के रूप में चिह्नित किये गये ‘ग्रीन जोन में ही लॉकडाउन से आंशिक छूट दी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने देश में 25 मार्च से दो चरण में लॉकडाउन लागू किया है। इसके तहत पहले चरण में 24 मार्च को 21 दिन के लिये और दूसरे चरण में 14 अप्रैल को तीन मई तक 19 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी।
सूत्रों के अनुसार बैठक में हिस्सा ले रहे विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उनके राज्य में कोरोना की मौजूदा स्थिति तथा लॉकडाउन के प्रभाव की जानकारी दी। इस दौरान देश को लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर लाने के उपायों पर भी विचार विमर्श किया गया।
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय एवं अन्य संबद्ध मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री भी बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में हिस्सा ले रहे तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री मास्क लगाए नजर आये तो वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने हरे रंग के बॉर्डर वाले सफेद गमछे से मुंह को ढंका हुआ था।
यह भी पढ़ें
—
कोरोना वायरस संक्रमण होने पर बुखार, कफ, थकान, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण होते हैं, यह तो सभी जानते हैं, लेकिन बड़ी चुनौती यह है कि अधिकतर संक्रमित लोगों में इस तरह के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। यानी बहुत से लोग संक्रमित तो होते हैं लेकिन उनमें कोई लक्षण नहीं दिखते। इस बीच अमेरिका में कोरोना संक्रमण के छह नए लक्षणों की पहचान की गई है।
कोरोना वायरस के नए लक्षण
अमेरिका में जन स्वास्थ्य की सबसे बड़ी संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने इन छह लक्षणों की पहचान की है। सीडीसी ने कहा है कि ठंड लगना, ठंड से शरीर कंपकपाना, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, गले में खराश और स्वाद या गंध में पहचान की शक्ति में कमी होना भी कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। इस स्वास्थ्य संगठन ने यह भी स्पष्ट किया है कि नाक बहना दुर्लभता से ही किसी संक्रमित में पाया जाता है और छींकना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं है।
पहले बताए गए थे ये लक्षण
सीडीसी ने पहले कहा था कि बुखार, कफ, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण कोरोना वायरस संक्रमण में होते हैं। कुछ ही महीने पहले चीन से निकले इस वायरस ने दुनियाभर में 29 लाख 71 हजार लोगों को संक्रमित किया है तो 2 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
मरीजों में दिख रहे हैं अनेक तरह के लक्षण
सीडीसी ने वेबसाइट पर जानकारी अपलोड करते हुए कहा है कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों में कई प्रकार के लक्षण दिखते हैं। कुछ में हल्के लक्षण होते हैं तो कुछ गंभीर रूप से बीमार होते हैं। वायरस के संपर्क में आने के 2-14 दिन में ये लक्षण दिख सकते हैं।सीडीसी ने आगे कहा कि शरीर कई रूप से सचेत करता है और ऐसा होने पर तुरंत मेडिकल देखभाल की जरूरत है। इनमें सांस लेने में तकलीफ, छाती में लगातार दर्द या दबाव, नए भ्रम या अक्षमता उत्पन्न होना, चेहरा या होंठ नीला पड़ना आदि शामिल हैं। सीडीसी के मुताबिक अन्य कोरोना संक्रमितों में कई तरह के दूसरे लक्षण भी दिखे हैं।
मरीज बढ़ने के साथ सामने आ रहे हैं नए लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन और सीडीसी ने पहले लोगों को बुखार, सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ होने पर सचेत होने को कहा था। इसके बाद बहुत से लोगों ने स्वाद और सूंघने की शक्ति खोने की भी शिकायत की थी। इसके बाद कुछ मामलों में दस्त जैसे गेस्ट्रो संबंधी लक्षण भी दिखे। कुछ युवा और बच्चे मरीजों के पैरों पर बैंगनी या नीले रंग के घाव भी उभरे। अमेरिका में कुछ डॉक्टरों ने 30 से 40 वर्ष के मरीजों में अचानक स्ट्रोक के लक्षण भी देखे हैं, जो खून का थक्का बनने की वजह से हो रहा है।