
कर्नल संतोष बाबू की शहादत पर मां को गर्व है.
- कर्नल की शहादत पर उनकी मां ने कहा मुझे बेटे पर गर्व है.
- संतोष बाबू भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे
- जल्द होने वाला थी हैदराबाद में पोस्टिंग
- कर्नल संतोष बाबू की 9 साल की बेटी और 4 साल का बेटा है.
चीनी मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू की मां मंजुला ने कहा, कि उन्हें अपने बेटे के खोने का गम है लेकिन देश के प्रति उसके सर्वोच्च बलिदान पर गर्व है. उन्हें मालूम है कि उनका इकलौता बेटा अब कभी लौट कर नहीं आएगा. मंजुला ने कहा मुझे इस बात की जानकारी दोपहर की लगी जबकि बहु को सुबह ही इस बात का पता चल गया था.
संतोष बाबू ने अपने पिता का सपना साकार किया है.उनके पिता उपेंद्र खुद सेना में भर्ती होकर देश के प्रति अपना समर्पण करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि मैं खुद सेना में भर्ती होने चाहता था. लेकिन फिर मुझे बैंक की नौकरी से ही संतोष रखना पड़ा. मैंने इकलौते बेटे को सभी की असहमति के बावजूद सेना में भेजा. नालगोंडा (तेलंगाना) में सभी को दुख है लेकिन कर्नल की शहादत पर सभी को गर्व है. कर्नल की एक 9 साल के बेटी अभिनव है और 4 साल का बेटा अनिरुद्ध है.
कर्नल की रविवार शाम को अपने परिवार से बात हुई थी. उन्होंने सीमा पर चल रहे तनाव के बारे में भी बताया था. साथ ही पहले ही सतर्क कर दिया था. मंगलवार को कर्नल की शहादत की सूचना मिली उनके परिवार के पास बुधवार को उनका पार्थिव शव सूर्यपेट पहुंचेगा. उनकी पत्नी और बच्चे दिल्ली रहते हैं और माता पिता सूर्यपेट.
शहीद और घायल हुए सैनिक बिहार रेजीमेंट के हैं, वहीं तेलंगाना निवासी कर्नल संतोष बाबू भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे. गलवन घाटी में भारत चीन सेना के बीच हुई हिंसक हड़कंप में 20 सैन्य कर्मी शहीद हुए हैं. वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के 40 सैनिक मारे, घायल हो जाने की खबर भी आ रही हैं.