
कलरफुल लाइफ की ब्लैक एंड व्हाइट चुनौतियां, जानिए क्या है ब्लैक एंड व्हाइट चैलेंज
एक नहीं दो-दो मात्राएं हैं, नर से भारी नारी, ये लिखी गईं कहावतें कभी फीकी नहीं पड़ी, सतयुग से कलयुग तक प्रत्येक नारी को अपने वजूद का अहसास करवाने के लिए आवाज़ उठानी पड़ी है। यह पहली बार नहीं जब महिलाओं के सम्मान के लिए प्रश्न खड़े हो रहे हैं। आज दुनिया एक तरफ कोरोना जैसी बीमारी से परेशान हैं वहीं दूसरी तरफ देश- विदेश में ब्लैक एंड व्हाइट का चैलेंज छिड़ गया हैं।
क्या है ब्लैक एंड व्हाइट चैलेंज
महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, शोषण और मानसिक प्रताड़ना के मामले बहुत मार्मिक और बहुस्तरीय होते जा रहे हैं। समाज में सम्मान और गर्व से जीने के लिए ब्लैक एंड व्हाइट चैलेंज को चलाया गया है।
कब शुरू हुआ ब्लैक एंड व्हाइट चैलेंज
आजकल ब्लैक एंड व्हाइट चैलेंज का हैशटैग बहुत ट्रेंड कर रहा है। लेकिन सवाल ये है कि ये आया कहा से हैं। दरअसल साल 2016 में इसकी शुरुआत हुई थी। महिला पत्रकार रेचेल मॉस ने एक फोटो पोस्ट की थी जिसमें उन्होंने इस हैशटैग का मतलब मोटिवेशन बताया था।
कैसे हुआ चैलेंज एक्सेप्टेड का ट्रेंड
ब्लैक एंड व्हाइट हैशटैग एक्सेप्टेड की शुरुआत दरअसल कैंसर पीड़िता के लिए की गई थी। लेकिन अमेरिकी सीनेट में रिपब्लिकन सांसद टेड योहो द्वारा दिए गए भाषण में डेमोक्रेट महिला सांसद अलेक्जेंड्रिया ओकासिओ कार्टिज को गलत शब्द बोले गए थे। इससे दुनियाभर की महिलाओं ने इसे अपमान समझा और ब्लैक एंड व्हाइट अभियान सोशल मीडिया पर छेड़ दिया गया।
महिलाएं अपने सम्मान के लिए हमेशा से ही जद्दोजहद करती आईं हैं अगर हम बात भारत की करें तो यहां आए दिनों महिलाओं के साथ शोषण और मार्मिक स्थिति की खबरें अखबार के फ्रंट पेज पर ही देखने को मिल जाती हैं। बड़ी वेबसाइट के आंकड़ों की माने तो देश में साल 2014 में 35 हजार बलात्कार के मामले दर्ज हुए थे वहीं 2015 में 34 हजार और साल 2016 में यह आंकड़ा 40 हजार पहुंच गया था।
बात अगर 2020 की करें जहां कोरोना माहमारी से निपटने के लिए पूरा विश्व हलकान है। ऐसी जटिल स्थिति में आश्चर्यचकित बलात्कार के मामले सामने आए हैं।
इंडिया टुडे ने 24 जुलाई को एक खबर पब्लिश की थी यह खबर सोचने पर मजबूर कर देने वाली है। जहां एक तरफ डॉक्टर्स कोरोना से निजात दिलवाने के लिए मरीजों का दिन-रात इलाज कर रहे हैं वहीं अलीगढ़ के दीन दयाल अस्पताल की 30 साल की महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार जैसे घिनौने काम को अंजाम दिया गया था।
24 जुलाई की हिंदुस्तान टाइम्स की यह रिपोर्ट और भी परेशान कर देने वाली है जहां छतरपुर में 10 हजार बेड के कोविड सेंटर में नाबालिग लड़की का बलात्कार का मामला सामने आया था। 15 जुलाई को 14 साल की नाबालिक के साथ बलात्कार की घटना को 19 साल के कोरोना संक्रमित शख्स ने बाथरूम के अंदर इस दुष्कर्म को अंजाम दिया था। इतना ही नहीं ब्लैकमेल करने के लिए नाबालिक का विडियो भी बनाया था।
वहीं 27 जुलाई को टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट देश में महिलाओं की असुरक्षित स्थिति को दिखाती है। जहां एक तरफ भाई, बहन के रक्षा सूत्र का मान रख उनकी सुरक्षा की कसम खाते हैं, वहीं छत्तीसगढ़ में मुंह बोले भाई ने बहन के साथ घिनौने काम को अंजाम दिया।
दुनिया में महिलाओं की स्थिति बहुत मार्मिक है जीवन के हर पड़ाव को साबित करने के लिए उन्हें आगे बढ़ना पड़ता है। महिलाओं को पुरुषों की रंगीनियत का हिस्सा भले ही माना जाता हो लेकिन अधिकांश मांहिलाओं की स्थिति बेरंग और ब्लैक एंड व्हाइट ही है। आंकड़ों के मुताबिक अभी तक देश में 4 मिलियन से ज्यादा महिलाएं ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर कर चुकी हैं। महिलाओं के संघर्ष का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। महिला वर्ग के सपोर्ट में अब कई नामी हस्तियां सामने आईं हैं।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इंस्टाग्राम पर #womensupportingwomen के हैशटैग के साथ अपनी मां सोनिया गांधी और बेटी मिराया के साथ ब्लैक फोटो पोस्ट किया है। साथ ही कैप्शन लिखा “चैलेंज एक्सेप्टेड”
https://www.instagram.com/p/CDNggVOHWD9/?igshid=18ulponynie8g
क्या है वूमेन सपोर्टिंग वूमेन चैलेंज ?
सकारात्मकता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं ने इंस्टाग्राम पर ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरें शेयर की हैं। वहीं #womensupportingwomen चैलेंज को एक्सेप्ट कर #challengeaccepted का कैप्शन लिख पोस्ट को टैग कर शेयर किया जा रहा है।
वहीं राजनीति के साथ-साथ नामी और बॉलीवुड की भी कई महिला हस्तियां ब्लैक एंड व्हाइट के सपोर्ट में आगे आई हैं। जिनमें खासतौर पर ईशा अंबानी, सारा अली ख़ान, करिश्मा कपूर, मीरा कपूर और फैशन डिज़ाइनर अनिता श्रॉफ अदजानिया इस मुहिम का हिस्सा बनते दिखे हैं।
https://www.instagram.com/p/CDGvI2blp_C/?igshid=1irniecgvfodk
https://www.instagram.com/p/CDIwHsUJmRn/?igshid=1bro0uqje5qz4
ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर ही क्यों रखी गई है चैलेंज में
कई बड़े फेमस फोटोग्राफर का कहना है कि असल चुनौतीपूर्ण फोटो ब्लैक एंड व्हाइट होती है। वहीं कलर फोटो भटकाव देते है। असल जिंदगी के वास्तविक शेड ब्लैक एंड व्हाइट ही हैं, जो जिंदगी के अनुभवों को झलकाते हैं, इसलिए महिलाओं की स्थिति को सुधारने के लिए ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर को चुना गया है।