सीआरपीएफ स्थापना दिवस : उपराष्ट्रपति और पीएम ने दी शुभकामनाएं, देश है आभारी
देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय संघ के तहत 1949 में इसका नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल कर दिया था।
सीआरपीएफ देश के सबसे पुराने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में एक है। आज ही के दिन 27 जुलाई 1939 में ब्रिटिश राज में बल की पहली बटालियन की स्थापना की गई थी। उस समय इसे क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस (सीआरपी) कहा जाता था। इस मौके पर उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस (सीआरपीएफ) बल के स्थापना दिवस पर बल के कर्मचारियों और उनके परिजनों को शुभकामनाएं दी हैं।
आजादी के बाद 28 दिसंबर 1949 को संसद के एक अधिनियम द्वारा इस बल को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल नाम दिया गया था। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय संघ के तहत 1949 में इसका नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर दिया था। इसके पास देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट में लिखा कि देश के शांतिसैनिकों को 83वें स्थापना दिवस पर उनकी शुभकामनाएं। सीआरपीएफ हमेशा ही सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने, आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद का मुकाबला करने के मोर्चे पर अग्रणी रहा है। बल की निस्वार्थ सेवा के लिए देश उनका आभारी है।
पीएम नरेंद्र मेादी ने भी सीआरपीएफ के स्थापना दिवस पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि सीआरपीएफ इंडिया के सभी साहसी कर्मचारियों और उनके परिवारों को बल के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं। सीआरपीएफ को उसकी बहादुरी और पेशेवर अंदाज के लिए जाना जाता है। देश के सुरक्षा तंत्र में इसकी अहम भूमिका है। राष्ट्रीय एकता को लेकर इनका योगदान सराहनीय है ।
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