जहांगीरपुरी हिंसा मामले में हुआ बड़ा खुलासा, आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर दिल्ली पुलिस पश्चिम बंगाल हुई रवाना
दिल्ली : जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti)) के मौके पर निकाली गई शोभा यात्रा में हुई हिंसा की बड़ी साजिश रची गई थी। साजिश कितने बड़े स्तर पर रची गई थी उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हिंसा व पथराव के गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में असलहा व तलवारें बरामद की गई हैं।
जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri violence ) के 15 आरोपी फरार
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की अपराध शाखा की टीमें इस पूरी साजिश का पर्दाफाश करने में लगी हुई है। इसके अलावा पुलिस ने करीब 15 आरोपियों की पहचान की है। सभी आरोपी अभी फरार हैं। क्राइम टीम के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, अभी तक की जांच में ये बात सामने आई है कि शोभा यात्रा के दौरान बड़े स्तर पर हिंसा की साजिश रची गई थी। गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से अभी तक आठ पिस्टल और आठ तलवारें बरामद की गई हैं। सोनू चिकना, मुख्य आरोपी अंसार समेत कुल 33 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। तीन नाबालिग भी पकड़े गए हैं। अभी भी लेकिन करीब 15 आरोपी फरार हैं। मौके पर लगे सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सर्विलांस से सभी फरार आरोपियों की पहचान कर ली गई है।
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आरोपी को गिरफ्तार करने को लेकर पश्चिम बंगाल(West Bengal) की निकली पुलिस टीम
इनमें से कुछ के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिया गया है। ज्यादातर आरोपी दिल्ली से पश्चिमी बंगाल फरार हो गए हैं। पश्चिमी बंगाल में आरोपियों को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की कई टीमें धरपकड़ में लगी हुई हैं। पुलिस की जांच में ये भी बात सामने आई है कि अंसार की मोबाइल का सामान बेचने की भी दुकान थी। दुकान तो वह दिखाने के लिए चलाता था, मगर उसका असली धंधा सट्टेबाजी करना था। वह सट्टेबाजी से मोटी रकम कमाता था। और लोगों को ब्याज पर पैसे देता था।