Kalpana Chawla: छोटे से शहर से निकलीं बन गईं एस्ट्रोनॉट, घट गई ये घटना और हो गई मौत, घटना से पहले कल्पना में दिए थे ये सक्सेस टिप्स

कल्पना चावला के सक्सेस मंत्र आज भी युवाओं के अंदर जोश भर देते हैं। उन्हें कुछ अलग करने की प्रेरणा देते हैं। कल्पना चावला का कहना था कि ‘सपनों से सफलता तक का रास्ता तो तय होता है, लेकिन क्या आपमें इसे ढूंढने की इच्छा है ? उसे पाने के लिए उस मार्ग पर चलने का साहस है ? क्या आप अपने सपनों को पूरा करने के लिए पूर्ण रूप से दृढ़ हैं’।
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कल्पना का कहना था कि ‘आप वो करो जिसे आप सच में करना पसंद करते हो। अगर आप इसे अपना लक्ष्य समझकर कर रहे हो और उसके लिए प्रक्रिया का आनंद नहीं ले रहे हो तो आप खुद के साथ विश्वासघात कर रहे हो’।
कल्पना हमेशा से युवाओं को प्रेरणा देती थीं। युवाओं में सकारात्मक सोच विकसित हो इसलिए उनका कहना था कि ‘अगर आपके पास कोई सपना है तो उसे पूरा करने का प्रयास करों इस बात से से फर्क नहीं पड़ता कि आप औरत हैं। भारत से हैं या कहीं और से हैं। आप जब तारों और आकाशगंगा को देखते हैं। तो ऐसा लगता है कि आपका अस्तित्व किसी विशेष भूमि के कारण नहीं बल्कि सौर मंडल के कारण है’।
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कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल जिले में हुआ। कल्पना अपने माता (संज्योती) पिता (बनारसी लाल) की लाडली थीं। कल्पना ने पहले टैगोर बाल निकेतन से पढ़ाई की फिर चंडीगढ़ से एस्ट्रोनॉटिकल से इंजिनीरिंग की। इसके बाद कल्पना ने टेक्सस यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की।
● कल्पना चावला भारत की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री थीं। कल्पना चावला से पहले राकेश शर्मा एकमात्र इंसान थे जिन्होंने अंतरिक्ष यात्रा की थी।
● कल्पना ने एक बार नहीं बल्कि 2 बार अंतरिक्ष का भ्रमण किया है।
● कल्पना भारत के पहले पायलट जे.आर. डी. टाटा से काफी प्रभावित थीं। उनसे ही प्रेरणा लेकर उन्होंने अंतरिक्ष की ओर रुचि दिखाई थी।
● भारत सरकार ने कल्पना के सम्मान में उनके नाम पर अपने पहले मौसम सेटेलाइट का नाम कल्पना-1 रखा।
● कल्पना का घर का नाम मोंटो था, लेकिन जब उन्हें स्कूल में दखिला लेना था। तब उनकी मासी ने 3 नाम चुनने को बोला। ये तीन नाम कल्पना, सुनैना और ज्योत्स्ना थे। उस समय छोटी से चावला ने अपना नाम खुद पसंद किया था।
● 1994 में कल्पना का चयन NASA में हुआ 1995 में जॉनसन स्पेस सेंटर में एक एस्ट्रोनॉट प्रतिभागी के तौर पर एस्ट्रोनॉट के 15वें ग्रुप को ज्वॉइन किया।
● कल्पना ने पढ़ाई के दौरान वहीं पर शादी कर ली थी। जीन पिएरे हैरिसन से उनकी शादी हुई और यूएस की नागरिकता मिल गई थी।
● कल्पना का स्पेस शटल कोलंबिया और क्रू निर्धारित लैंडिंग से 16 मिनट पहले प्रवेश करते हुए विमान में आग लगने की वजह से नष्ट हो गया।