बसंत पंचमी पर छात्र जरुर कर ले ये 5 काम, साल भर बरसेगी माँ सरस्वती की कृपा

इस साल 26 जनवरी को बसंत पंचमी मनाया जा रहा है। बसंत पंचमी प्रतिवर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है। बसंत पंचमी को पर्व शिक्षा और संगीत की देवी माता सरस्वती को समर्पित है। ज्योतिषियों के मुताबिक, अगर किसी बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता है या उसकी एकाग्रता कमजोर है तो बसंत पंचमी के दिन वास्तु के कुछ विशेष उपाय करने से बड़ा लाभ मिल सकता है।
सरस्वती की तस्वीर–
बसंत पंचमी के दिन बच्चों के स्टडी रूम में माता सरस्वती का चित्र या प्रतिमा जरूर रखें। इस तस्वीर या प्रतिमा को बच्चों के ठीक सामने रखें. ऐसा करने से उनकी एकाग्रता और ज्ञान में वृद्धि होगी। उन्हें शिक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. आप पढ़ाई की टेबल पर भी देवी की एक छोटी सी प्रतिमा को रख सकते हैं।
इस दिशा में मुख करके पढ़ें–
पढ़ाई करते वक्त बच्चों का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए। साथ ही, ख्याल रखें कि आपकी रीढ़ एकदम सीधी रहे. बसंत पंचमी के दिन से ही इस नियम को अपने जीवन में उतार लें।
पढ़ाई की टेबल–
स्टडी रूम में सुनिश्चित करें कि पढ़ाई की टेबल दीवार से एकदम न चिपकी हो। दोनों के बीच पर्याप्त खाली जगह होना जरूरी है. अगर ऐसा नहीं है तो बसंत पंचमी के दिन स्टडी रूम में यह बदलाव अवश्य कर लें। शिक्षा के मोर्चे पर आप कभी असफल नहीं होंगे।
नौकरी की तैयारी–
यदि आपने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और अब आप कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहें तो हमेशा उत्तर दिशा में बैठकर ही पढ़ें। यह वास्तु टिप्स आपको पेशेवर जीवन में एक अच्छी नौकरी खोजने की दिशा में कभी नाकाम नहीं होने देगा।
पढ़ाई की टेबल–
पढ़ाई-लिखाई में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए स्टडी टेबल से जुड़े बदलाव भी जरूरी हैं। अगर ये बदलाव आप बसंत पंचमी पर करें तो और भी उत्तम होगा। स्टडी टेबल आयताकार होनी चाहिए। उस पर किताबों का अंबार न लगा रहे। साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। स्टडी रूम को भी हमेशा साफ-सुथरा रखें।