Sports

स्पोर्ट्स कमेंटेटर कैसे बनें, यहां जानें आसान टिप्स 

क्या आप भी स्पोर्ट्स कमेंटेटर बनकर अपने करियर को संवारना चाहते है क्या आप एक सफल कॉमेंटेटर बनना चाहते है अगर इन सभी सवालों का जवाब हां मे है फिर तो आप ये पोस्ट जरूर पढ़े, क्योंकि हमने इस पोस्ट मे बताया है कॉमेंटेटर कैसे बने ? जिसे पढ़ने के बाद कॉमेंटेटर कैसे बने से रिलेटेड जितने भी सवाल होंगे उन सभी का जवाब आपको मिल जाएगा. कमेंटेटर्स के लिए अच्छे से बात करना आना चाहिए ताकि वह अपने कमेंट्री से लोगों का interest बनाए रखें और साथ ही आपको बता दूं Commentator के लिए यह बहुत जरूरी है कि उसकी जो मेमोरी हो वह बहुत तगड़ी होनी चाहिए जैसे कि खिलाड़ियों के नाम हो गए, उनके खेलने की तकनीक हो गई, उनके पर्सनल रिकॉर्ड्स हो गए, इंटरनेशनल रिकॉर्ड हो गए यह सारी चीजें कॉमेंटेटर के जुबान पर  रहनी बहुत जरूरी है ताकि वह लाइव कमेंट्री के दौरान ही लोगों को इन चीजों के बारे में बताते रहे।

commentator क्या है ?

खेल के मैदान मे आँखों देखा हाल सुनाना Commentator कहलाता है कॉमेंटेटर सिर्फ आँखों देखा हाल ही सुनाता बल्कि क्रिकेट मैदान मे होने वाले सभी गतिविधिओ को कमेंट के रूप मे वर्णन करता है

वह कमेंट्री इस तरह से करता है की दर्शक उनके कमेंट से रोमांचित हो उठते है कमेंट्री कॉमेंटेटर और दर्शक के बीच एक अद्भुत मेल स्थापित करता है जिसमे कॉमेंटेटर जो आँखों देखा हाल सुनाता है दर्शक को ऐसा लग रहा होता है की वो Live Match देख रहा है तो चलिए जानते है स्पोर्ट्स मे Commentator कैसे और किस फील्ड मे बन सकते है। कमेंट्री के क्षेत्र है ज्यादातर कमेंट्री जब होता है तो लोगो के दिमाग मे सबसे पहला ऑप्शन होता है लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे की कमेंटेटर सिर्फ क्रिकेट मे नहीं बल्कि अन्य खेलो मे भी होते है जैसे की हॉकी, टेबल टेनिस, गोल्फ आदि कहने का मतलब ऐसे कई सारे खेल है जिसमे कमेंटेटर अपनी कमेंट्री से दर्शकों को लुभाते है खेल मे क्या होता है उससे दर्शकों को रूबरू कराते है जिससे दर्शक खेल देखते समय रोमांचित होते है

इंटरनेशनल क्रिकेट में कमेंट्री करते हुए हमें ज्यादातर पूर्व क्रिकेटर ही नजर आते हैं लेकिन अगर कोई आम इंसान भी कॉमेंटेटर बनना चाहे तो हां दोस्तों उसके लिए हमेशा रास्ते खुले रहते हैं स्पोर्ट्स जर्नलिज्म, एंकरिंग और रेडियो जॉकी कोर्स में एमबीए की डिग्री लेकर कमेंट्री में कैरियर बनाया जा सकता है। कमेंट्री के रास्ते वैसे तो हमेशा सभी के लिए खुले होते हैं लेकिन बुलंदी पर सिर्फ पूर्व क्रिकेटर ही क्यों पहुंच पाते हैं यह एक बड़ा सवाल है दोस्तों जब आप इंटरनेशनल  क्रिकेट मैचेस में कमेंटेटर की लिस्ट देखेंगे तो इसमें सारे के सारे पूर्व क्रिकेटर सही नजर आएंगे एक हर्षा भोगले ही है जो क्रिकेट ना खेलने के बावजूद कमेंटेटर के रूप में दुनिया में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं।

यह भी पढ़ें : फौज में भर्ती नहीं हो पाए तो तेज गेंदबाज बन गए उमेश यादव

पूर्व क्रिकेटर्स ही क्यों कमेंटेटर बनते हैं?

ऐसा क्यों है कि सिर्फ पूर्व क्रिकेटर ही Commentator के रूप में नजर आते हैं खैर इसका कोई नियम नहीं है कि कमेंटेटर के रूप में किसी को भी हायर किया जा सके लेकिन ज्यादातर Broadcasters सिर्फ इसलिए पूर्व क्रिकेटर को Hireकरते हैं क्योंकि उन्हें क्रिकेट की सारी बारीकियां मालूम होती हैं साथ ही वह क्रिकेट के तमाम रिकॉर्ड से अवगत रहते हैं क्रिकेटर के रूप में वह matches दौरान हर तरह की Situation से गुजर चुके होते हैं तो जब कमेंट्री  करते हुए मैच में इस तरह की स्थिति बनती है तो वह उसे काफी आसानी से समझा देते हैं।

कमेंटेटर के प्रकार

कमेंटेटर मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते है Tv कमेंटेटर, Radio कमेंटेटर, अगर आप स्पोर्ट्स के बारे मे अच्छी – खासी जानकारी रखते है और आपकी पकड़ अंग्रेजी, हिंदी और अन्य भाषा मे अच्छी है और साथ ही किसी भी घटना को लोगो के बीच रोचक ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता है तो फिर आप स्पोर्ट्स क्षेत्र मे कमेंटेटर बनकर अपना कर्रिएर संवार सकते है

Tv कमेंटेटर कैसे बने ?

Tv Commentator बनने के लिए कई स्पोर्ट्स चैनल नियमित रूप से एक कॉन्टेस्ट का आयोजन करते है जो कर्रिएर की शुरुआत के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है इसके अलावा अगर आप प्रोफेशनल कमेंटेटर बनना चाहते है तो स्पोर्ट्स जनरल जर्नलिज्म मे कर्रिएर बना सकते है इसके लिए आप किसी इंस्टिट्यूट मे अपना नामांकन करवाये वहाँ से शार्ट टर्म कोर्स कर ले कॉलेज ब्रॉडकास्टिंग एनाउंसर का.

Radio मे कमेंटेटर कैसे बने ?

Radio Commentator बनने के लिए आपको All India Radio Commentry की परीक्षा पास करना होता है इसके लिए आपको All India Radio मे अप्लाई करना होता है जहाँ सम्बंधित खेल के खिलाड़ियों का एक पैनल घरेलू मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए आपके परफॉरमेंस को जज करता है अगर आप यहाँ सफल हो जाते है तो आपको अगली प्रक्रिया यानि की ट्रेनिंग के लिए नियुक्त किया है शुरुआत मे आपको घरेलू मैच मे कमेंट्री का मौका दिया जाता है जिसमे सफल होने के बाद आप इंटरनेशनल मैचों मे कमेंट्री के योग्य हो जाते है

कमेंटेटर के Quality ( गुण )

भाषा में निरंतर  प्रवाह वाणी में खेल के साथ साथ उतार चढ़ाव एक अच्छी कमेंटेटर के गुण हैं। आंखों देखा हाल का सही और स्पष्ट उच्चारण प्रस्तुत करना  और रोचकता उत्पन्न करना एक अच्छे कमेंटेटर के गुण हैं। स्पोर्ट्स का ज्ञान रिकॉर्ड को याद करना घटनाओं को एक दूसरे के साथ जोड़ने का कौशल जैसे तमाम गुण सफल कमेंटेटर के होते हैं। इसके साथ ही वर्क प्रेशर को अच्छी तरह समझना और निभाना भी एक कमेंटेटर  के  महत्वपूर्ण गुण हैं।

Follow Us
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
%d bloggers like this: